फिल्मी दुनिया में 2 बड़े झटके?, बांग्ला फिल्मों के अभिनेता जॉय बनर्जी और कन्नड़ अभिनेता दिनेश मंगलुरु नहीं रहे, कौन थे कलाकार?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 25, 2025 16:47 IST2025-08-25T16:46:12+5:302025-08-25T16:47:11+5:30
प्रशंसित चॉपर (1986) के अलावा टॉलीवुड को हीरक जयंती (1990), मिलन तिथि (1985) और नागमती (1983) जैसी कई हिट फिल्में दीं।

file photo
कोलकाताः बांग्ला फिल्मों के अभिनेता जॉय बनर्जी का सोमवार को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 63 वर्ष के थे। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। बनर्जी को 15 अगस्त को सांस लेने में गंभीर समस्या होने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) से पीड़ित थे। परिवार ने बताया कि उनकी स्थिति धीरे-धीरे खराब हुई और गत कुछ दिनों से उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर रखा गया था। बनर्जी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ चुके थे।
उन्होंने पूर्वाह्न 11 बजकर 35 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी और मां है। वह 80 और 90 के दशक के ‘मैटिनी आइडल’ थे। उन्होंने समीक्षकों द्वारा प्रशंसित चॉपर (1986) के अलावा टॉलीवुड को हीरक जयंती (1990), मिलन तिथि (1985) और नागमती (1983) जैसी कई हिट फिल्में दीं। बनर्जी ने 2014 और 2019 का चुनाव क्रमशः बीरभूम और उलुबेरिया सीट से भाजपा के टिकट पर लड़ा था।
हालांकि, उन्होंने नवंबर 2021 में राजनीति से संन्यास ले लिया। तृणमूल सांसद एवं कई फिल्मों में बनर्जी के साथ काम कर चुकी शताब्दी रॉय ने कहा, ‘‘मैं पूरी तरह टूट गई हूं। मुझे जानकारी थी कि जॉय काफी समय से बीमार थे, और हम सब उनके ठीक होने की कामना कर रहे थे।’’ केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने बनर्जी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त किया।
कन्नड़ अभिनेता और कला निर्देशक दिनेश मंगलुरु का 55 वर्ष की आयु में निधन
प्रसिद्ध कन्नड़ अभिनेता और कला निर्देशक दिनेश मंगलुरु का सोमवार को यहां उनके आवास पर लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 55 वर्ष के थे। यह जानकारी उनके परिवार के सदस्यों ने दी। मूल रूप से मंगलुरु के रहने वाले दिनेश ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत कला निर्देशक के रूप में की थी और कई प्रमुख कन्नड़ फिल्मों में काम किया था।
बाद में उन्होंने अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा और एक कुशल चरित्र अभिनेता के रूप में पहचान बनाई। परिजनों के अनुसार, वह पिछले कुछ समय से बीमार थे और उपचार करा रहे थे। हाल ही में उनकी हालत बिगड़ गई थी। एक निपुण कला निर्देशक के रूप में लोकप्रिय दिनेश ने अभिनय में भी गहरी छाप छोड़ी।
उन्हें फिल्म ‘आ दिनगलु’ में सीताराम शेट्टी की भूमिका के बाद पहचान मिली, जिसके बाद उन्होंने ‘केजीएफ’ में “बॉम्बे डॉन” की भूमिका निभाकर लोकप्रियता हासिल की। अपने करियर में उन्होंने ‘इंथि निन्ना प्रीतिया’, ‘रिक्की’, ‘हरिकथे अल्ला गिरीकथे’ और ‘स्लम बाला’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया।
उनके निधन की खबर से कन्नड़ फिल्म जगत और उनके प्रशंसकों में शोक की लहर है। सहकर्मियों और शुभचिंतकों ने उन्हें एक समर्पित कलाकार, विनम्र व्यक्तित्व और कला निर्देशन व अभिनय के बीच सेतु के रूप में याद किया।