राजस्थान के दो इतिहासकार देखेंगे 'पद्मावती', सेंसर बोर्ड ने दिया न्योता
By IANS | Updated: December 28, 2017 18:17 IST2017-12-28T18:09:02+5:302017-12-28T18:17:08+5:30
'पद्मावती' फिल्म की समीक्षा करने के लिए एक चार सदस्यीय पैनल का भी गठन किया जाएगा।

padmavati
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' को देखने के लिए सेंसर बोर्ड ने जयपुर के दो अनुभवी इतिहासकारों को बुलाया है। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को देखने के बाद इतिहासकारों से राय मांगी है। इतिहासकार प्रोफेसर बीएल गुप्ता और प्रोफेसर आरएस खांगरोट इसमें शामिल हैं। गुप्ता राजस्थान विश्वविद्यालय में इतिहास के प्रोफेसर हैं और वे मध्ययुगीन काल के दौरान भारत पर कई किताबें लिख चुके हैं, जबकि खांगराट अग्रवाल कॉलेज प्रमुख हैं।
खांगराट ने कहा, "फिल्म 'पद्मावती' को लेकर टकराव सिर्फ करणी सेना और निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली के बीच ही नहीं, बल्कि भंसाली और इतिहासकारों के बीच है, यही वजह है कि हम एक बार फिल्म देखेंगे, जिससे स्पष्ट हो जाएगा कि इसमें इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है या नहीं।"
गुप्ता ने कहा कि भले ही यह कलात्मक स्वतंत्रता है, लेकिन यह इतिहास की कीमत पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि हम ऐतिहासिक तथ्यों को सर्वश्रेष्ठ ज्ञान से साझा करेंगे और किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करेंगे।"
उन्होंने कहा, "फिल्म में जौहर (सामूहिक कुर्बानी) की पुरानी परंपरा को प्रभावी ढंग से दिखाया जाना चाहिए, जिससे दर्शकों पर इसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं। फिल्म में रोमांस नहीं होना चाहिए।" सूत्रों की मानें तो अगले महीने फिल्म की समीक्षा करने के लिए एक चार सदस्यीय पैनल का गठन किया गया है।