जयंती विशेषः जब कपड़े उतार कर प्रोमिता बेदी ने लगाई थी जूहू बीच पर दौड़
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: October 12, 2018 09:40 IST2018-10-12T07:34:50+5:302018-10-12T09:40:41+5:30
Promita Bedi Birthday Anniversary (प्रोमिता बेदी जयंती): प्रोतिमा का जन्म 12 अक्टूबर 1948 को दिल्ली में हुआ था।वह दिल्ली में हरियाणा के व्यापारी लक्ष्मीचंद गुप्ता घर पैदा हुईं। प्रोतिमा अपने जमाने की बोल्ड और बिंदास मॉर्डल में से की थीं।

Promita Bedi Birthday Anniversary| प्रोमिता बेदी जयंती
1974 में एक मैगजीन के कवर से देश भर में हंगामा खड़ा करने वाली प्रोतिमा बेदी की आज (12 अक्टूबर) जयंती है। प्रोतिमा का जन्म 12 अक्टूबर 1948 को दिल्ली में हुआ था। वह दिल्ली में हरियाणा के व्यापारी लक्ष्मीचंद गुप्ता घर पैदा हुईं। प्रोतिमा अपने जमाने की बोल्ड और बिंदास मॉर्डल में से की थीं। प्रोतिमा बेदी यानी कबीर बेदी की पूर्व पत्नी हैं और पूजा बेदी की मां हैं। उन्हें ओडिसी नृत्यांगना के तौर पर भी याद किया जाता है। आइए जानते हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ खास किस्से-
19 साल में छोड़ा घर
प्रोतिमा काफी बोल्ड और बिंदास थीं। ऐसे में कबीर बेदी पर जब उनका दिल आया तो पैरेंट्स का घर छोड़कर कबीर के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगीं। जिस वक्त उन्होंने अपने प्यार के लिए अपना घर छोड़ा था वह महज 19 साल की थीं। इसके बाद उन्होंने और कबीर ने शादी करने का फैसला लिया। शादी के कुछ महीने बाद पूजा का जन्म हुआ।
बनीं डांसर
शादी और बेटी होने के बाद प्रोतिमा को उनकी असली पहचान मिली। कहते हैं एक बार उन्होंने गलती से एक थियेटर में जाकर ओडिसी डांस देखा। बस फिर क्या था उनको डांस सीखने का ऐसा सुरूर चढ़ा कि इसके लिए उन्होंने दुनियादारी छोड़ दी, यहां तक की दोस्त, शराब, पार्टी सब कुछ। कहा जाता है कि बंगलौर के नजदीक इन्होंने अपना डांस गांव नृत्यग्राम भी बनाया था। इसके बाद उन्होंने एक सफल डांसर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई थी।
किया ऐसा करनामा
प्रोमिता के नाम एक ऐसा कारमाना है जो कभी किसी और के नाम आज तक नहीं हो पाया है। प्रोतिमा ने सिनेब्लिट्ज मैगजीन के कैम्पेन के लिए न्यूड होकर दौड़ लगाई थी। बात 1974 की है जब इसकी पब्लिसिटी के लिए मैगजीन के चीफ करंजिया के दिमाग में यह आइडिया आया था। इसके लिए उन्होंने अपने कलीग्स को कहा था कि किसी ऐसी मॉडल को सर्च करो जो स्ट्रीकिंग कर सके और उसे सिनेब्लिट्ज पर छापो। ऐसे में ये ऑफर प्रोतिमा के पास गया और वह खुशी खुशी इसके लिए मान गईं। इसके बाद सिनेब्लिड्ज मैगजीन के लिए उन्होंने मुंबई के जुहू बीच पर न्यूड दौड़ लगाई थी।
दुखद निधन
बिंदास प्रोतिमा का निधन दुखद रहा था। एक वक्त ऐसा आया जब वह अध्यात्म की तरफ मुड़ गईं, जिस कारण था प्रोतिमा के बेटे ने आत्महत्या थी। उसके प्रोतिमा 1998 में हिमालय की ओर चली गईं। उसी रास्ते में लैंड स्लाइड से इनकी मौत हो गई।