सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच के लिए मुंबई पहुंचे बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी इस समय देश की आर्थिक राजधानी में क्वारंटाइन कर रहे हैं। यही नहीं, बीएमसी ने ये भी साफ कह दिया है कि अगर वो क्वारंटाइन को स्किप करके बीच में वापस जाना चाहते हैं तो पहला उनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। ऐसे में अगर उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है, तब ही उन्हें वापस जाने का मौका मिलेगा।
विनय तिवारी का सामने आया रिएक्शन
वहीं, अब इसपर आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी का रिएक्शन सामने आया है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, विनय ने कथित तौर पर कहा कि बीएमसी का ये कदम अनुचित और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि वो उनके जांच के कानूनी अधिकारों से भी इनकार कर रहे हैं। विनय ने आगे बताया कि वह 2 अगस्त से जांच करने में असमर्थ हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि वह बिहार सरकार के संपर्क में हैं और वे सभी विकल्प तलाश रहे हैं। उनके अनुसार इस सब से उनकी जांच में बाधा आ रही है। बता दें, बीएमसी ने बिहार सरकार को एक पत्र भेजा है जिसमें बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटाइन से मुक्त करने को लेकर मना कर दिया गया है। उन्होंने बिहार के अधिकारियों से डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मामले की जांच करने को भी कहा है।
कोर्ट जा सकती है बिहार सरकार
बिहार सरकार ने भी बीएमसी के फैसले का जवाब देते हुए कहा कि वे विनय तिवारी को क्वारंटाइन से बाहर करने के लिए बीएमसी के जवाब को चुनौती देने के लिए वो कोर्ट का रुख कर रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वे संभवत: उसी मामले के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटा सकते हैं। सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस की जांच करने के लिए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुंबई भेजा गया था।