जाने-माने भजन गायक नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 80 साल के थे। उन्होंने आखिरी सांस नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में ली जहां उन्हें तबीयत खराब होने के बाद भर्ती कराया गया था। मिली जानकारी के अनुसार वे करीब दो महीने से अस्पताल में भर्ती थे और शुक्रवार दोपहर 12 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली।
नरेंद्र चंचल के निधन की खबर आते ही बड़ी संख्या में सोशल मीडिया पर उन्हें लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं। क्रिकेटर हरभजन सिंह समेत मशहूर गायक दलेर मेहंदी ने भी ट्वीट कर नरेंद्र चंचल के निधन पर शोक जताया है। हरभजन ने लिखा, 'ये जानकर दुख हुआ कि प्रतिष्ठित और सबसे प्यारे नरंद्र चंचल जी अब नहीं रहे। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। उनके परिवार के प्रति संवेदना।'
अमृतसर में 1940 में जन्म, कई मशहूर भजन गाए
नरेंद्र चंचल का जन्म 16 अक्टूबर 1940 को अमृतसर में हुआ था। वे पिछले कई दशकों से कीर्तन और जगरातों की पहचान बने रहे। भजन के साथ-साथ उन्होंने कुछ बॉलीवुड फिल्मों में भी गाने गाए। 1973 में राजकपूर की फिल्म बॉबी में बेशक 'मंदिर मस्जिद तोड़ो' के लिए उन्हें फिल्मफेयर के बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर के अवॉर्ड से नवाजा गया था।
फिल्म 'अवतार' में गाए माता के भजन 'चलो बुलावा आया है' से उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता मिली और वे घर-घर में पहचाने जाने लगे। नरेंद्र चंचल ने इसके अलावा बेनाम, रोटी कपड़ा और मकान जैसी फिल्मों में भी गाने गाए।
नरेंद्र चंचल ने 'मिडनाइट सिंगर' नाम से अपनी बायोग्राफी भी लिखी है जिसमें उन्होंने अपने जीवन के सफर को साझा किया है। नरेंद्र चंचल हर साल 29 दिसंबर को वैष्णो देवी जाते थे और साल के आखिरी दिन वहां परफॉर्म भी करते रहे थे।