'मुझे पैसों की जरूरत है, मेरे पैर की हालत बिगड़ रही है', पाई-पाई के लिए मोहता हुईं अभिनेत्री सुनीता ने बताई दुखभरी कहानी
By अनिल शर्मा | Updated: August 19, 2021 09:46 IST2021-08-19T09:32:35+5:302021-08-19T09:46:41+5:30
अभिनेत्री ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि एक आग में उनका सबकुछ जलकर खत्म हो गया। सुनीता अपने पति के साथ एक व्यवसाय शुरू किया था जिसमें उन्होंने सारी बचत का निवेश कर दिया था। हालाँकि, गोदाम में आग लग गई और हमने सब कुछ खो दिया

'मुझे पैसों की जरूरत है, मेरे पैर की हालत बिगड़ रही है', पाई-पाई के लिए मोहता हुईं अभिनेत्री सुनीता ने बताई दुखभरी कहानी
कई उल्लेखनीय फिल्मों और टेलीविजन शो में काम कर चुकीं दिग्गज अभिनेत्री सुनीता शिरोले आर्थिक संकट से गुजर रही हैं। 85 वर्षीय शिरोले ने हाल ही में खुलासा किया कि उसने महामारी के दौरान जीवित रहने के लिए अपनी सारी बचत खत्म कर चुकी हैं। इस वक्त वह कई बीमारियों की वजह से अपने बिस्तर तक ही सीमित हैं। सुनीत शिरोल ने लोगों से मदद की अपील की और पैसों की जरूरत की बात कही है।
सलमान खान के साथ बजरंगी भाईजान में नजर आ चुकीं सुनीता शिरोल इस वक्त अभिनेत्री नूपुर अलंकार के घर पर रह ही हैं। उनका इलाज भी वहीं चल रहा है। अभिनेत्री के स्वास्थ्य देखभाल के लिए एक नर्स की भी व्यवस्था की गई है। सुनीता ने इसके लिए CINTAA (सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन) का आभार व्यक्त किया है।
सुनीता ने ईटाइम्स को दिए साक्षात्कार में अपनी दुखभरी कहानी साझा की है। अभिनेत्री ने कहा कि वह पहले एक फ्लैट में पेइंग गेस्ट के रूप में रह रही थीं, लेकिन तीन महीने तक किराए का भुगतान नहीं कर सकीं क्योंकि उनके पास पैसे नहीं बचे थे। सुनीता जल्द से जल्द काम करना चाहती हैं ताकि पैसे आ सकें। लेकिन पैर की हालत ठीक नहीं है।
बकौल सुनीता- मैं काम शुरू करना चाहती हूं क्योंकि मुझे पैसे की जरूरत है, लेकिन मेरे पैर की हालत बिगड़ रही है और मुझे नहीं पता कि मैं फिर से चल पाऊंगी या नहीं। मुझे वापस आने तक आर्थिक मदद की जरूरत है। अपने पैरों पर ... मैंने अपने सुनहरे दिनों के दौरान बहुत कमाया है और जरूरतमंद लोगों की मदद की। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं जीवन में कभी चौराहे पर रहूंगी।
अभिनेत्री ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि एक आग में उनका सबकुछ जलकर खत्म हो गया। सुनीता अपने पति के साथ एक व्यवसाय शुरू किया था जिसमें उन्होंने सारी बचत का निवेश कर दिया था। हालाँकि, गोदाम में आग लग गई और हमने सब कुछ खो दिया। साल 2003 में उनके पति का निधन हो गया। सुनीता कहती हैं कि आज मैं दुनिया के रहम और करम पर हूं । जिंदा रहना मुश्किल है।