कैसे कॅरियर की प्लानिंग करते हैं हीरो-हीरोइन, पहली फिल्म में रोमांस के बाद क्या होता है हश्र
By असीम चक्रवर्ती | Published: August 11, 2018 04:00 PM2018-08-11T16:00:21+5:302018-08-11T16:00:21+5:30
युवा एक्टर को इस मामले में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है।
एक लफ्ज मोहब्बत का इतना-सा फंसाना है मोहब्बत या लव स्टोरी सिर्फ आम जिंदगी में ही नहीं फिल्मी पर्दे पर भी आकर्षण और चर्चा का विषय बनी रहती है। यदि हम सेल्युलाइड की बात करें तो यह इकलौता ऐसा सब्जेक्ट है, जिसे बनाने के लिए किसी सुपर स्टार की जरूरत नहीं पड़ती है। एकाध अपवाद को जाने दें, तो इस सब्जेक्ट को आसानी से न्यू स्टार कास्ट के साथ बनाया जा सकता है। अमूमन इसका रिजल्ट अच्छा भी आता है। करण जौहर की हिट फिल्म ‘धड़क’ इस बात का ताजा उदाहरण है। शायद यही वजह है कि नए सितारों की कोई-न-कोई लव स्टोरी हमेशा पाइपलाइन में रहती है। इन दिनों भी केदारनाथ, स्टूडेंड ऑफ द इयर-2, लव रात्रि जैसी कुछ फिल्में निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। पर ऐसी फिल्मों का एक दूसरा पक्ष यह है कि ऐसी हिट रोमांटिक फिल्मों से उभरे ज्यादातर एक्टर को कई बार अपना इमेज बदलना बहुत मुश्किल होता है। जिसके चलते युवा एक्टर को इस मामले में काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। आइए ऐसे कई सवालों का जवाब देते हुए लव स्टोरी की देन नवोदित कलाकारों पर विस्तृत आंकलन करें-
‘धड़क’ भी चल जाती है
20 करोड़ की लागत से बनी और अब तक 50 करोड़ की कमाई कर चुकी धड़क की सफलता से सभी खुश हैं। नए सितारों की प्रेमकहानी धड़क के निर्माण शैली को लेकर नए सिरे से कुछ बताने की जरूरत नहीं है। अब यह दीगर बात है कि मराठी की सुपर हिट फिल्म ‘सैराट’ को करण के राइट हैंड शशांक खेतान अच्छी तरह से संभाल नहीं पाए। फिल्म के रिलीज से पहले किए गए, उनके दावों को लेकर अब हम उनका कोई मजाक नहीं उड़ाना चाहते हैं। एक बात तो साफ हो चुकी है कि उनका निर्देशन औसत से भी नीचे है। असल में धड़क में ढेरों खामियां हैं, पर इन सारी खामियों पर फिल्म की नई जोड़ी भारी पड़ती है। ट्रेड पंडित आमोद मेहरा के शब्दों में कहें, तो यह जोड़ी इस फिल्म का सबसे बड़ा प्लस प्वॉइंंट है। और यदि ट्रेड रिव्यू पर ध्यान दें, तो यह नई जोड़ी बहुत आकर्षक नहीं है। हीरो ईशान ने औसत ढंग से प्रभावित किया है, तो श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी फिल्म के कई भावपूर्ण दृश्यों में बहुत चूकती हुई नजर आई। वैसे इसके लिए शशांक की अकुशलता भी काफी जिम्मेदार है। वह दो नए बच्चों को उनका पाठ याद कराने में बहुत बुरी तरह से असफल रहे हैं। पर बावजूद इसके ये दोनों बच्चे इसे हिट तक ले जाते हैं। इसका कोई बड़ा कारण नहीं है, सिर्फ नई जोड़ी का आकर्षण। जैसा कि एक सजग दर्शक गुरेश देसाई बताते हैं, ‘‘हम तो सिर्फ जाह्नवी और ईशान की फिल्म की वजह से धड़क देखने गए थे। नए एक्टर को तो एक बार टेस्ट करना पड़ता है। बाकी आगे तो इन्हें अपना दमखम पेश करना पड़ेगा। वर्ना आगे कौन इनकी फिल्म देखेगा।’’
‘केदारनाथ’ में प्रेम कहानी
नई जोड़ी का आकर्षण कितना होता है, यह अभिषेक कपूर की फिल्म केदारनाथ के क्रेज से साबित हो जाता है। इसमें नए हीरो सुशांत सिंह राजपूत के साथ एक नई हीरोइन सारा अली खान की जोड़ी बनाई गई है। अभिषेक की फिल्म केदारनाथ की पृष्ठभूमि में 2008 का उत्तराखंड में आया विषम बाढ़ है। डायरेक्टर ने इस पृष्ठभूमि में एक प्रेम कहानी बुनी है। अब दर्शक इस साल के अंत में रिलीज होनेवाली फिल्म को लेकर बेहद क्रेजी है। देखा जाए तो इसकी बड़ी वजह नई तारिका सारा हैं। वह अपनी पहली फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही बड़ी स्टार बन चुकी हैं। इस बात के लिए सारा की तारीफ करनी पड़ेगी कि वह फिल्मों का चुनाव बहुत सोच समझ कर कर रही हैं। उनकी पहली फिल्म केदारनाथ रिलीज भी नहीं हुई है, पर उन्हें बड़ी फिल्मों के ऑफर मिलने लगे हैं। उनमें से कुछ फिल्मों का निर्माण भी हो चुका है। जिसके चलते उनकी फिल्म सिंबा केदारनाथ के साथ ही रिलीज होगी। आमोद मेहरा बताते हैं, ‘‘देखिए, सुशांत का सवाल है, वह केदारनाथ के रिलीज से पहले ही तीन-चार फिल्मों में व्यस्त हैं। इसलिए इस फिल्म के बाद उनसे ज्यादा सारा के करियर का ज्यादा आंकलन होगा। और जैसा कि ट्रेड की रिपोर्ट है इस लव स्टोरी में सारा का एक नया अक्स उभर कर आएगा। यह अच्छी बात है कि इससे पहले से ही सारा ने अपने करियर की प्लानिंग करनी शुरू कर दी है। दूसरी ओर सुशांत पहले से ही अलग टाइप की फिल्में कर रहे हैं।’’
स्टूडेंट की अनन्या पांडे
करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द इयर-2’ में टाइगर श्रॉफ के साथ अनन्या पांडे की जोड़ी बनाई गई है। टाइगर तो पहले से ही स्टार अभिनेता हैं। ऐसे में इस फिल्म का मुख्य आकर्षण अनन्या ही होगी। अभिनेता चंकी की बिटिया अनन्या काफी दिनों से फिल्मों में आने की तैयारी कर रही थीं। वैसे स्टूडेंट पूरी तरह से लव स्टोरी नहीं है। इस फ्रेंचाइची की इस दूसरी फिल्म में भी लव स्टोरी की पृष्ठभूमि में कई पेंच है। लेकिन एक नवोदित तारिका के तौर पर अनन्या को इसमें एक बड़ा मौका मिला है।
लव-रात्रि की जोड़ी
इस अक्तूबर के मध्य में रिलीज होनेवाली सलमान खान प्रोडक्शन की फिल्म लव-रात्रि में अभिनेता आयुश शर्मा और नवोदित तारिका वारिना हुसैन को पेश किया जाएगा। वारिना का परिचय कुछ खास नहीं है। यह उनकी पहली फिल्म है। आयुश की भी यह पहली फिल्म है। लेकिन उनका सबसे बड़ा परिचय यह है कि वह सलमान की बहन के पति यानी उनके जीजा हैं। फिल्म में अपने इस परिचय की वजह से ही बॉलीवुड में उन्हें इतनी बड़ी डेब्यू फिल्म मिली है। और इसी वजह से उन्हें इतना लाइम लाइट मिला है। लेकिन उनके भविष्य के बारे में अभी कुछ ज्यादा कहना ठीक नहीं होगा। पर एक बात तो तय है कि उन्हें अपने व्यक्तित्व के मुताबिक यह रोल मिला है।
सनी पर भी मेहरबान
थोड़ा अतीत में जाएं, तो अपने एक्शन के चलते सुपर स्टाडम पा चुके अभिनेता सनी देओल के करियर की शुरुआत भी बेताब जैसी शुद्ध रोमांटिक फिल्म से हुई थी। इस फिल्म ने एक झटके में उन्हें स्टार बना दिया था। मगर इसके बाद सनी ज्यादा रोमांटिक नहीं हुए। उनकी ऐसी कई फिल्में हैं, जिसमें उन्होंने एक्शन और रोमांस दोनों को बहुत अच्छी तरह से परोसा। उनके कई शुभचिंतक मानते हैं कि वह बेताब के बाद भी रोमांस का चादर ओढ़कर अच्छी तरह से चल सकते थे। मगर किसी इमेज में न फंसकर उन्होंने एक एक्टर के तौर पर रहना मंजूर किया।
आमिर की कयामत
आमिर ने भी इस मामले में अपने दोस्त सनी देओल को फॉलो किया है। कयामत से कयामत जैसी सुपर-डुपर हिट के बाद वह कई वर्षों तक कुछ भी फिल्में करते रहे हैं। पर जल्द ही उनके अंदर के एक्टर ने पूरी तरह से जीवित कर दिया। इसकी सार्थक शुरुआत लगान से हुई। इसके बाद से ही आमिर के बारे में यह मशहूर हो चला है कि वह हिंदी फिल्माकाश के एक बेहद परफेक्टनिस्ट एक्टर हैं। ऐसे में आमिर से यह पूछने पर कि क्या आगे वह कोई रोमांटिक फिल्म करना चाहेंगे। उनका जवाब बहुत संतुलित होता है, ‘‘क्यों नहीं, पर अब मुझे कई बातों का ख्याल रखना पड़ेगा। यदि मेरी इस उम्र के अनुरूप कोई शानदार स्क्रिप्ट आई, तो मैं उसे मिस नहीं करूंगा। मेरा तो ख्याल है कि रोमांटिक फिल्में आपके अंदर हमेशा एक नया उत्साह का संचार करती हैं।’’
बुलंदी पर हैं सलमान
सूरज बड़जात्या की मैंने प्यार किया के बाद सलमान एक झटके में बुलंदी पर पहुंच गए। इसके बाद वह कुछ साल डगमगाए। मगर पिछले कुछ सालों से वह फिर बुलंदी पर हैं। लेकिन रोमांटिक फिल्मों का सम्मोहन उन्होंने बहुत पहले छोड़ दिया है। अब वह खास सलमान मार्का फिल्में करते हैं। ऐसा नहीं है कि उनकी फिल्मों में रोमांस नहीं होता है, पर उन फिल्मों में प्रचुर एक्शन रोमांस को कहीं पीछे छोड़ देती है। बावजूद इसके सलमान आज भी मैंने प्यार किया जैसी कोई लव-स्टोरी करना चाहते हैं। वह हंस कर बताते हैं, ‘‘अब तो इस तरह के रोल की तैयारी के लिए मैं जिम में ज्यादा-से-ज्यादा वक्त बिताने के लिए तैयार हूं।’’
शाहरुख ने दीवाना बना दिया
देखा जाए तो अपनी पहली फिल्म दीवाना को सुपर स्टार शाहरुख आज तक नहीं भूल पाए हैं। शायद यही वजह है कि आज भी अपनी सारी फिल्मों में रोमांस का पुट देना वह भूले नहीं हैं। किंग बताते हैं, ‘‘मैं कभी भी रोमांटिक हीरो नहीं बनना चाहा था, पर आज यह इमेज मुझ पर हावी है। देखा जाए तो मैंने भी अपने इस इमेज को काफी हद तक कबूल कर लिया है। शायद यही वजह है कि फिल्म में मेरा रोल कैसा भी हो उसमें थोड़ी बहुत रोमांस की खुशबू आ ही जाती है। इसलिए मैं भी आपकी इस बात से सहमत हूं कि रोमांटिक फिल्में बड़ी आसानी से नए सितारों के साथ बनाई जा सकी है। इधर काफी दिनों से लव स्टोरी के मार्केट को बड़े सितारों से संभाला जा रहा है। मुझे लगता है, इसकी कोई जरूरत नहीं है। लव स्टोरी में तो फ्रेश चेहरे ही अच्छे लगते हैं।
पिट गए राहुल
इस संदर्भ में और कितने उदाहरण दिए जाएं। आशिकी जैसी बड़ी हिट के सहारे धूमकेतु की तरह चमकनेवाले अभिनेता राहुल राय आज कहां हैं। सीधी सी बात है उन्होंने अपने करियर की प्लानिंग अच्छी नहीं की थी। कल को यदि जाह्नवी और ईशान भी अपने करियर की प्लानिंग सही ढंग से नहीं कर पाए, तो उन का हश्र भी राहुल राय, कुमार गौरव जैसे ढेरों कलाकारों की तरह होगा, जो कभी एक बड़ी हिट लव स्टोरी का फायदा उठा नहीं पाए।