लाइव न्यूज़ :

सीएए विरोधी पार्टियों की असम चुनाव में भाजपा को चुनौती, दिनकर कुमार का ब्लॉग

By दिनकर कुमार | Updated: February 12, 2021 13:13 IST

assam vidhan sabha election 2021: असम में 126 विधानसभा सीट हैं. भाजपा गठबंधन ने 2016 में 86 सीट पर कब्जा किया था.

Open in App
ठळक मुद्देराज्य में भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला न होकर त्रिकोणीय हो सकता है.कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 26 पर जीत दर्ज की थी. भाजपा-एजीपी-बीपीएफ का संयुक्त वोट शेयर 41.9 प्रतिशत था.

असम में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बार राज्य में भाजपा-कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला न होकर त्रिकोणीय हो सकता है, क्योंकि राज्य की क्षेत्रीय पार्टियां गठबंधन बना रही हैं. उनका मकसद छोटी पार्टियों के बीच  वोटों के बंटवारे को रोकना है.

असम में 126 विधानसभा सीट हैं

सत्ताधारी भाजपा असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल के साथ चुनाव लड़ेगी. वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने तीन वामपंथी दलों के साथ-साथ ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के साथ मिल महागठबंधन बनाया है. भाजपा, जो असम के तीन दलों के गठबंधन का नेतृत्व करती है, को आगामी चुनावों में राज्य की 126 सीटों में से 100 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी चुनौती का सामना करना होगा.

2016 में भाजपा गठबंधन ने 86 सीट पर किया था कब्जा

मोदी लहर को भुनाते हुए, उसने 2016 के चुनावों में सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ मिलकर 86 सीटें जीती थीं. इसने पिछली कांग्रेस शासन के दौरान सत्ता-विरोधी लहर और कथित रूप से बड़े भ्रष्टाचार के आक्रोश को भुनाया था. हालांकि इस बार का राजनीतिक परिदृश्य पूरी तरह से अलग है. भाजपा को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, वह विपक्षी दलों कांग्रेस और अल्पसंख्यक-आधारित अखिल भारतीय यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट(एआईयूडीएफ) के गठबंधन के रूप में आ रही हैं.

2016 के चुनावों में भाजपा ने 84 सीटों पर चुनाव लड़ा था

2016 के चुनावों में भाजपा ने 84 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसका वोट शेयर कांग्रेस के 31 प्रतिशत की तुलना में 29.5 प्रतिशत था. कांग्रेस ने 122 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 26 पर जीत दर्ज की थी. भाजपा-एजीपी-बीपीएफ का संयुक्त वोट शेयर 41.9 प्रतिशत था, जो कांग्रेस-एआईयूडीएफ के 44 प्रतिशत से कम था. 17 निर्वाचन क्षेत्नों में, जो भाजपा ने जीता था, कांग्रेस और एआईयूडीएफ का संयुक्त वोट भगवा पार्टी से अधिक था. साथ ही, कांग्रेस और एआईयूडीएफ का संयुक्त वोट एजीपी की दो सीटों से अधिक था जो उन 14 सीटों में से थी जो क्षेत्नीय पार्टी ने जीती थी.

कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने पिछले चुनाव में कोई गठबंधन नहीं किया था

कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने पिछले चुनाव में कोई गठबंधन नहीं किया था. अब जब वे एक साथ लड़ेंगे और सीट साझा करने की व्यवस्था होगी, तो इससे भाजपा विरोधी वोटों के विभाजन को रोकने की उम्मीद की जा सकती है. मोदी सरकार के नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हुए आंदोलन की कोख से असम में दो दलों का गठन हुआ.

इन दोनों दलों ने इस साल अप्रैल-मई में राज्य में एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए हाथ मिलाया है. असम जातीय परिषद (एजेपी) और राइजर दल (आरडी) ने सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को चुनौती देने के लिए अपने गठबंधन में और अधिक दलों को शामिल करने की योजना बनाई है.

आरडी प्रमुख अखिल गोगोई से मुलाकात की

एजेपी के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई ने गुरुवार को आरडी प्रमुख अखिल गोगोई से मुलाकात की, जिन्हें दिसंबर 2019 से गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सीएए के खिलाफ आंदोलन के समय विरोध प्रदर्शन में उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.

बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ भी बातचीत चल रही है

लुरिनज्योति गोगोई ने कहा कि दो पहाड़ी जिलों कार्बी आंगलोंग और दीमा हसाओ में सीटों के लिए स्वायत्त राज्य मांग समिति के साथ भी उनका गठजोड़ होगा. बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ भी बातचीत चल रही है, जो राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का एक हिस्सा है.

दिसंबर में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के चुनाव में यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ भाजपा के गठबंधन के बाद बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट भाजपा का दामन छोड़ सकता है. दिसंबर 2019 में सीएए के खिलाफ आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले दो छात्न संगठनों ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन और असम जातीयतावादी युवा छात्न परिषद ने एजेपी का गठन किया है. कृषक मुक्ति संग्राम समिति, एक किसान संगठन जिसने सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, ने आरडी का गठन किया है.

टॅग्स :असमकांग्रेसभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)सर्बानंद सोनोवाल
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारतबिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर एक बार फिर शुरू हो गया है 'एकला चलो' की रणनीति पर गंभीर मंथन

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा