ललित गर्ग का ब्लॉग: डंकी रूट से जुड़े संकट और दर्द को आखिर कौन सुनेगा?
By ललित गर्ग | Updated: September 4, 2024 15:56 IST2024-09-04T15:55:34+5:302024-09-04T15:56:04+5:30
पंजाब में डंकी रूट एक दशक से भी ज्यादा समय से एक खुला रहस्य रहा है। यह शब्द पंजाबी शब्द ‘डुंकी’ से आया है, जिसका अर्थ है एक जगह से दूसरी जगह कूदना।

ललित गर्ग का ब्लॉग: डंकी रूट से जुड़े संकट और दर्द को आखिर कौन सुनेगा?
भारतीयों में विदेश जाकर पढ़ने और नौकरी का क्रेज है। यह वर्षों से रहा है। पंजाब, गुजरात के लोगों ने अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन में अपनी अच्छी जगह बनाई है लेकिन हाल के वर्षों में बहुत सारे भारतीय गैर-कानूनी यात्रा का शिकार हुए हैं। कुछ ने अपनी जान गंवाई है तो कुछ अनेक तकलीफों का सामना कर रहे हैं।
अवैध तरीकों से डंकी रूट से अमेरिका आदि देशों में युवाओं को भेजकर जानलेवा अंधी गलियों में धकेलने वाले एजेंटों ने भले ही मोटी कमाई की हो, लेकिन इस काले कारनामे एवं गोरखधंधे पर समय रहते कार्रवाई न होना सरकार की बड़ी विफलता है। मोटी कमाई और चमकीले सपनों का सम्मोहन युवाओं की सोचने-समझने की शक्ति को ही कुंद कर देता है कि वे अपनी जान तक को भी जोखिम में डाल देते हैं।
दरअसल, डंकी रूट अमेरिका आदि देशों में जाने का एक ऐसा अवैध रास्ता है, जिसमें सीमा नियंत्रण के प्रावधानों को धता बताकर एक लंबी व चक्करदार यात्रा के माध्यम से दूसरे देश ले जाया जाता है। डंकी रूट का मतलब ऐसे रास्ते हैं जिनसे अवैध रूप से लोगों को एक देश से दूसरे देश ले जाया जाता है।
पंजाब में डंकी रूट एक दशक से भी ज्यादा समय से एक खुला रहस्य रहा है। यह शब्द पंजाबी शब्द ‘डुंकी’ से आया है, जिसका अर्थ है एक जगह से दूसरी जगह कूदना। एक दशक से जारी इस गोरखधंधा-डंकी प्रैक्टिस का तब पर्दाफाश हुआ एवं यह अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आया जब इसके अंतर्गत दिसंबर 2023 में फ्रांस ने मानव तस्करी के संदेह में दुबई से निकारागुआ जा रहे 303 भारतीय यात्रियों वाले एक चार्टर विमान को रोक दिया था।
इनमें से अधिकांश को वापस भारत भेज दिया गया था। हाल ही में पंजाब में समाना के चार युवाओं की दर्दनाक कहानी उजागर हुई है, जिन्हें एजेंटों ने मोटी रकम वसूलकर जानलेवा हालात में धकेल दिया। उनसे दो चरणों में करीब ढाई करोड़ रुपए वसूले गए और घातक परिस्थितियों में धकेल दिया गया।
कई दिन जंगलों में उन्हें भूखा रहना पड़ा। फोन व जूते छीन लेने से उन्हें नंगे पैरों पैदल चलना पड़ा। डंकी रूट में लिप्त एजेंट अपराधी हैं, युवा-सपनों को चूर-चूर करने वाले धोखेबाज हैं। यह दर्द एवं विडम्बना केवल पंजाब की नहीं है, बल्कि गुजरात एवं देश के अन्य भागों के युवाओं की भी है।
रोजगार के साथ-साथ शिक्षा सबसे बड़ी वजह है डंकी रूट की। कुछ देशों में तकनीकी तथा अन्य प्रोफेशनल शिक्षा पर भारत के मुकाबले कम खर्च होता है, इसलिए भी छात्र विदेश जाना पसंद करते हैं, जिन्हें कम समय में अच्छी कमाई करके अच्छी लाइफ स्टाइल में जीने की ख्वाहिश होती है या जो भारत में किसी अपराध में शामिल होते हैं, वे भी गैरकानूनी तरीका अख्तियार करते हैं।