वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉगः अलकायदा के जवाहिरी की गीदड़ भभकी
By वेद प्रताप वैदिक | Published: July 12, 2019 08:12 AM2019-07-12T08:12:59+5:302019-07-12T08:12:59+5:30
अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी ने अजीब-सा ऐलान किया है. उसने कश्मीरी नौजवानों को उकसाया है कि वे अब बड़े जोर-शोर से आतंकवाद फैलाएं और हिंदुस्तान की नाक में दम कर दें.
अलकायदा के सरगना अल जवाहिरी ने अजीब-सा ऐलान किया है. उसने कश्मीरी नौजवानों को उकसाया है कि वे अब बड़े जोर-शोर से आतंकवाद फैलाएं और हिंदुस्तान की नाक में दम कर दें. जवाहिरी या उसके मरहूम उस्ताद ओसामा बिन लादेन या कोई अन्य अतिवादी इस तरह के बयान जारी करे, उसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है लेकिन इस बार जवाहिरी ने जो कहा है, उससे पाकिस्तान को बहुत एतराज हो सकता है, क्योंकि उसका यह कथन पाकिस्तान को सारी दुनिया में बदनाम भी कर देगा और भारत उस पर जो इल्जाम लगाता है, उसे वह मजबूती भी प्रदान करेगा. जवाहिरी ने कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां अमेरिका की गुलाम हैं. वे भारत को ब्लैकमेल करने का काम करती हैं. वे कश्मीर के लिए नहीं लड़तीं, बल्कि अमेरिका के स्वार्थो को सिद्ध करती हैं.
इसी तर्क के आधार पर जवाहिरी ने कश्मीरी आतंकवादियों से आग्रह किया है कि वे पाकिस्तानी एजेंसियों से अपना संबंध विच्छेद करें. बिल्कुल यही बात चार-पांच दिन पहले ‘अंसार गजवत उल हिंद’ के नए सरगना हमीद ललहरि ने कही थी. इस संगठन को जाकिर मूसा ने ‘हिजबुल मुजाहिदीन’ को तोड़कर बनाया था. हिजबुल को पाकिस्तानपरस्त संगठन माना जाता है. इधर मूसा भी मारा गया और बालाकोट हमला भी हुआ.
साल भर में दर्जनों प्रमुख आतंकवादी भी मारे गए. उनके गिरते हुए मनोबल को उठाने के लिए जवाहिरी ने यह पैंतरा चला है लेकिन जवाहिरी को यह पता होना चाहिए कि पाक की मदद के बिना कश्मीर के आतंकवादियों का दम घुट जाएगा. दूसरी बात यह कि आतंकवाद हजार साल भी चलता रहे तो वह कश्मीर को भारत से अलग नहीं कर पाएगा. हां, पाकिस्तान को जरूर बर्बाद कर देगा. फौजी खर्च ने पाक को दिवालिया बना दिया है. इमरान खान को दामन पसारना पड़ रहा है.
आतंकवाद के चलते जितने लोग भारत में मारे जा रहे हैं, उससे ज्यादा पाक और अफगानिस्तान में मारे जा रहे हैं. ये मरनेवाले बेकसूर नागरिक हैं. इन बेकसूर मुसलमानों को मौत के घाट उतारना कौन सा जिहाद है?