संतोष कुमार सोनी का ब्लॉगः नई प्रौद्योगिकी का स्वागत पर कक्षा प्रशिक्षण बेहतर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 14, 2020 15:41 IST2020-10-14T15:41:08+5:302020-10-14T15:41:08+5:30
संगठनात्मक प्रशिक्षण का उद्देश्य लोगों के कौशल और ज्ञान को विकसित करना है ताकि वे प्रभावी और कुशल तरीके से संगठन के विकास में अपनी भूमिका निभा सकें.

covid 19 and education
संगठनात्मक प्रशिक्षण का उद्देश्य लोगों के कौशल और ज्ञान को विकसित करना है ताकि वे प्रभावी और कुशल तरीके से संगठन के विकास में अपनी भूमिका निभा सकें. दुनिया अभी भी कोविड-19 महामारी से जूझ रही है और इसने दुनिया भर में सभी प्रकार की गतिविधियों को प्रभावित किया है. इसने संगठनों को अपनी पुरानी और पारंपरिक प्रशिक्षण प्रणालियों पर पुनर्विचार करने एवं नई प्रौद्योगिकियों को ग्रहण करने के लिए भी मजबूर
किया है.
एक मजबूत प्रशिक्षण प्रणाली किसी भी संगठन की रीढ़ है. कोविड-19 महामारी के कारण, प्रतिभागियों/ शिक्षार्थियों को प्रशिक्षण केंद्रों की यात्रा करने की अनुमति नहीं है जिसके कारण संगठन के साथ-साथ प्रतिभागियों को भी ज्ञान अंतराल एवं अद्यतन ज्ञान जानकारी के अभाव में नुकसान संभव है. यह संगठन को विभिन्न प्रकार के जोखिमों जैसे परिचालन जोखिम, साख जोखिम, प्रतिष्ठा जोखिम आदि में धकेल सकता है.
कोविड-19 महामारी के कारण प्रशिक्षण प्रणाली कक्षा शिक्षण से आभासी शिक्षण में स्थानांतरित हो गई है. ई-कक्षा की सुविधा और कम लागत वाला मॉडल मानव मूल्यों और चरित्र विकास के अनुभवात्मक मॉडल को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है. आभासी शिक्षा विधि को स्वीकार करने का मतलब पारंपरिक कक्षा शिक्षण को अस्वीकार करना कतई नहीं है. ई-कक्षा केवल एक हद तक ही फायदेमंद है. कक्षा शिक्षण में विषय का गंभीर अध्ययन, व्यक्तिगत देखभाल, आमने-सामने की बातचीत, स्पर्शनीयता, संवाद, भावनाओं का सम्मान, समूह अध्ययन आदि होते हैं जो कि ई-कक्षा से गायब होते हैं. विभिन्न शोध बताते हैं कि पारस्परिक संवाद एवं समूह अध्ययन संचार कौशल को विकसित करने में मदद करता है. ऑनलाइन अध्ययन न केवल प्रतिभागियों के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं बल्कि उनके सीखने की क्षमता को भी प्रभावित करते हैं क्योंकि वे आभासी कक्षाओं में स्वयं को अकेला पाते हैं जबकि अपने मित्रों, सहभागियों के साथ सामूहिक वातावरण में वे सर्वश्रेष्ठ सीखते हैं.
कक्षा प्रशिक्षण में अनुशासन, शिष्टाचार, नैतिकता और अन्य प्रतिभागियों और प्रशिक्षक के साथ बातचीत करना शामिल है. कक्षा प्रशिक्षण में अवधारणाओं को समझना आसान होता है. अवधारणाओं को गंभीरता से समझना, संदेहों को भलीभांति दूर करना, शिक्षक के साथ व्यक्तिगत संवाद स्थापित करने जैसी चीजें ऑनलाइन कक्षाओं में संभव नहीं हैं. एक कक्षा का वातावरण काफी भिन्न होता है और यह स्वयं सीखने को भी प्रभावी बनाता है. कक्षा में एक शिक्षक प्रतिभागियों की शारीरिक भाषा की निगरानी कर सकता है, जो कि ई-कक्षा में संभव नहीं है.