PM Modi turns 75: मोदी के नेतृत्व कौशल का साक्षी है नया भारत, साल 2014 से 2015, जानिए बदलाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 17, 2025 05:18 IST2025-09-17T05:18:25+5:302025-09-17T05:18:25+5:30
PM Modi turns 75: राममंदिर का निर्माण हो, अनुच्छेद 370 का हटाना हो, तीन तलाक पर प्रतिबंध हो, गरीब कल्याण का कार्यक्रम हो, सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक या हाल ही का ऑपरेशन सिंदूर हो.

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PM Modi turns 75: वर्ष 2014 में देश में फैली अव्यवस्था और भ्रष्टाचार से जनता ऊब चुकी थी. उसी माहौल से उबरकर भारत ने नया रूप लिया और विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना. आज भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने के करीब है. चाहे अब तक की यह यात्रा हो या अमेरिका के टैरिफ का सामना करते हुए आत्मनिर्भरता और स्वदेशी का मंत्र लेकर दृढ़ता से खड़ा भारत हो- दोनों ही उसकी शक्ति का प्रमाण हैं. आज का नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व कौशल का साक्षी है. इतिहास की भूलों को सुधारने से लेकर वर्तमान चुनौतियों का सामना करने तक, इस परिवर्तनकारी दौर को देखना और उसका हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है. इस अद्वितीय वैश्विक नेता, माननीय प्रधानमंत्री को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं.
राममंदिर का निर्माण हो, अनुच्छेद 370 का हटाना हो, तीन तलाक पर प्रतिबंध हो, गरीब कल्याण का कार्यक्रम हो, सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक या हाल ही का ऑपरेशन सिंदूर हो- यदि मोदी जी की उपलब्धियां गिनानी हों तो शब्द कम पड़ जाएंगे. उनके नेतृत्व में हर वर्ग यानी महिलाओं, किसानों, युवाओं और वंचित वर्ग के लिए सैकड़ों निर्णय लिए गए हैं.
इन निर्णयों के कारण इस वर्ग के लोगों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन हो रहा है. 25 करोड़ लोगों का गरीबी रेखा से ऊपर आना कोई छोटी बात नहीं है. बीेेते 11 वर्षों में 3 करोड़ घरों का निर्माण, 15 करोड़ घरों तक नल की सुविधा, 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण और 68 लाख फुटपाथ विक्रेताओं को पीएम स्वनिधि जैसी कितनी ही योजनाओं को गिनाया जा सकता है.
प्रगति की व्याख्या करने के लिए यह एक आंकड़ा ही पर्याप्त है कि 43.8 लाख करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के खातों में जमा हुए हैं. देश, गरीब कल्याण के साथ-साथ सुधार की एक नई राह पर अग्रसर हुआ है. विकसित भारत की इस यात्रा में हमारी सबसे बड़ी भागीदार ‘नारीशक्ति’ है, जो 2029 में 33 प्रतिशत आरक्षण के साथ संसद और राज्य विधानसभाओं में दिखाई देगी.
मोदीजी ने देश की बागडोर संभालने के बाद सबसे बड़ा प्रहार भ्रष्टाचार और सरकार में फैली दलाली की बीमारी पर किया. देश के विभिन्न क्षेत्रों में फैले दलालों को समाप्त करने में उनका बड़ा योगदान रहा है. डीबीटी, जनधन और आधार के माध्यम से उन्होंने यह परंपरा शुरू की कि केंद्र से भेजे गए 100 में से पूरे 100 रुपए सीधे लाभार्थी के खाते में पहुंचें.
उनके लिए पद नहीं, बल्कि व्यवस्था सर्वोपरि है. जो राष्ट्र शत्रु को परास्त कर सके, वही राष्ट्र सामर्थ्यशाली कहलाता है. विकसित भारत की यात्रा के साथ-साथ आज भारत दुनिया को अपना सामर्थ्य दिखाते हुए दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है. 2016 में जब उरी पर हमला हुआ, तो केवल 11 दिनों में भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक कर जवाब दिया और पाक-अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया.
पाकिस्तान के उच्चायुक्त को बुलाकर कड़े शब्दों में चेतावनी दी गई. 2019 की शुरुआत में पाकिस्तान ने पुलवामा में फिर नापाक हरकत की, जिसका जवाब भारत ने बालाकोट एयर स्ट्राइक से दिया. इन हवाई हमलों में पाकिस्तान की सीमा के भीतर घुसकर आतंकवादियों के ठिकाने नष्ट किए गए. इन दोनों घटनाओं ने भारत की रक्षा नीति की दिशा स्पष्ट कर दी.
मोदीजी ने पूरे विश्व को स्पष्ट रूप से दिखा दिया कि नया भारत कैसा होगा. यही भारत का ‘न्यू नॉर्मल’ था. हाल ही में पहलगाम की घटना हुई, जिसका उत्तर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से दिया गया. प्रधानमंत्री मोदी हमारे आराध्य छत्रपति शिवाजी महाराज और भारतरत्न डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के सिद्धांतों-विचारों पर चलने वाले हैं. इसलिए जब महाराष्ट्र के मुद्दे सामने आते हैं तो मोदीजी उन्हें प्राथमिकता देते हैं.
मोदीजी ने महाराष्ट्र से जुड़ी किसी भी समस्या को अधर में नहीं छोड़ा. चाहे इंदु मिल के स्मारक के लिए तुरंत 3500 करोड़ की जगह देना हो या फिर आधारभूत संरचना परियोजनाओं का मजबूती से समर्थन करना हो. इस वर्ष प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 30 लाख घर महाराष्ट्र को दिए गए. आज महाराष्ट्र में 10 लाख करोड़ रुपयों की आधारभूत संरचना परियोजनाएं चल रही हैं,
जिसके पीछे निश्चित रूप से मोदीजी का मजबूत समर्थन है. महाराष्ट्र लगातार एफडीआई में नंबर 1 राज्य बना हुआ है और इसके पीछे भी मोदीजी का भरपूर सहयोग है. हर परियोजना में मोदीजी हमारे साथ पहले भी मजबूती से खड़े रहे और आज भी हैं.
जैसे, वाढवण पोर्ट हो, नवी मुंबई का हवाई अड्डा, पुणे का नया हवाई अड्डा, नागपुर हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण, अमरावती हवाई अड्डा, अमरावती का टेक्सटाइल पार्क, गढ़चिरोली पोलाद सिटी, पालखी मार्ग, मुंबई, नागपुर और पुणे की मेट्रो परियोजनाएं, छत्रपति संभाजीनगर का डीएमआईसी, ऑरिक सिटी, जलसंधारण की परियोजनाएं, विशेषकर महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त क्षेत्रों के लिए मिला वह पैकेज, जो अन्य किसी राज्य को नहीं मिला. अब हम नदी जोड़ने का एक बड़ा कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं, जिसमें केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है.
नरेंद्र मोदीजी से मेरी कई बार व्यक्तिगत मुलाकात हुई और कई बार उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ. वास्तव में, ये अवसर मेरे लिए हमेशा सौभाग्य की बात रही है. वह हमारे विशाल परिवार के मुखिया भी हैं, इसलिए जब भी उनके समक्ष कोई समस्या रखी जाती है तो हमें उसका समाधान अवश्य मिलता है. वह पार्टी और सरकार के मामलों को कभी आपस में नहीं मिलाते.
जब मामला पार्टी का होता है तो उसे सरकार में नहीं लाते, और जब सरकार से जुड़ा कोई मामला होता है तो उसमें पार्टी को नहीं लाते. यहां तक कि मुलाकात के समय भी पार्टी और विकास से जुड़े मुद्दों पर अलग-अलग ढंग से चर्चा होती है. इस राष्ट्रनेता के हाथों से यूं ही निरंतर देशसेवा होती रहे, इसके लिए मैं उन्हें दीर्घ और स्वस्थ जीवन की हृदयपूर्वक शुभकामनाएं देता हूं.