1- जब सभी सरकारी अफसरों और विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के नेताओं के बच्चे /पोत--पोतियां/नाती नातिन कंपलसरी सरकारी स्कूलों में पढ़ेंगे !
2- जब सभी सरकारी अफसरों, विपक्ष और सत्ता पक्ष के नेताओं और उनके परिवार वालों का इलाज़ सरकारी अस्पतालों में अनिवार्य होगा !
3- जब यूनिवर्सिटी व तमाम शैक्षिणिक संस्थानों में सभी राजनैतिक दखल ख़त्म होंगे और उनमें नियुक्तियों अधिकार केवल उस क्षेत्र के विशेषज्ञों को होगा !
4- जब किसी भी नेता पर अपराध सिद्ध होने पर उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जायेगी!
5- जब सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के खर्चे आरटीआई के दायरे में आएंगे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री लोकपाल के दायरे में आएंगे। व्हिसलब्लोअर कानून कड़ा होगा !
6- जब करोड़पति सांसदों को उनके दिए जाने वाले भत्ते, सुविधाएं और वेतन ना देकर उनकी सासंद निधि में राशि जोड़ दी जाये जो उनके कार्य क्षेत्र में खर्च की जाये!
7- जब कोई भी समूह किसी भी आंदोलन के दौरान सरकारी संपत्ति का नुकसान करता है तो उस समूह को ना केवल कड़ी सजा मिलेगी अपितु नुकसान में 40 प्रतिशत जोड़कर उसका खर्चा जुर्माने के तौर पर वसूला जायेगा !
8- जब सीबीआई, कैग ,चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाएं 'सचमुच' स्वतन्त्र होगी और उन्हें और अधिक अधिकार दिए जायेंगे !
9- किसी भी नगर निगम, राज्य या केंद्र का चुनाव जीतने पर उस व्यक्ति का कार्यकाल ख़त्म होने के बाद उसको दी जाने वाली तमाम सुविधाएं बंद हो जाएंगी और किसी भी प्रकार की पेंशन का प्रावधान ख़त्म हो जाएगा!
10- हर राज्य में आबादी के अनुसार न्यायाधीशों और पुलिस बल की नियुक्ति होगी। पुलिस के काम में किसी भी किसी राजनैतिक दल के व्यक्ति को अपने लाभ के लिए हस्तक्षेप करने पर उस व्यक्ति को अगले चुनाव लिए अयोग्य घोषित किया जायेगा!
(लेखक पेशे से डॉक्टर हैं। उनका ब्लॉग "दिल की बात" काफी चर्चित रहा है।)
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