Naga groups: नगा गुटों को छोड़ना होगा अड़ियल रवैया?, क्या है ‘फ्रेमवर्क डील’
By शशिधर खान | Updated: February 1, 2025 05:40 IST2025-02-01T05:40:12+5:302025-02-01T05:40:12+5:30
Naga groups: एनएससीएन (आईएम) से संघर्षविराम सहमति हुए 27 वर्ष गुजर गए. ‘फ्रेमवर्क डील’ 10वें वर्ष में प्रवेश करने के अब कुछ महीने बचे हैं.

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Naga groups: अलग संविधान, अलग झंडा के साथ ‘स्वतंत्र संप्रभु’ नगालिम पर अड़े नगा विद्रोही गुट नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालिम (आइसाक-मुइवा) - एनएससीएन (आईएम) ने धमकी दी है कि अगर किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप से भारत-नगा समझौता जल्द नहीं हुआ तो फिर से भारत के खिलाफ हिंसक लड़ाई छेड़ देंगे. इस गुट के साथ 2015 से केंद्र सरकार का ‘फ्रेमवर्क डील’ चल रहा है, मगर अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है. एनएससीएन (आईएम) से संघर्षविराम सहमति हुए 27 वर्ष गुजर गए. ‘फ्रेमवर्क डील’ 10वें वर्ष में प्रवेश करने के अब कुछ महीने बचे हैं.
2015 के बाद से यह पहला अवसर है, जब एनएससीएन (आई-एम) ने हिंसा की ओर लौटने की धमकी दी है. लेकिन ये नगा लोग ‘अलग झंडा और अलग संविधान’ का हठ छोड़ना नहीं चाहते. अभी तक की सारी वार्ताएं बेनतीजा होने का यही असली कारण है. 3 अगस्त 2015 को दिल्ली में एनएससीएन (आई-एम) के साथ हुई ‘फ्रेमवर्क डील’ में केंद्र के साथ किन बिंदुओं पर सहमति हुई.
उसका पूरा खुलासा दोनों पक्षों में से किसी ने नहीं किया है. मगर एनएससीएन (आईएम) एकतरफा प्रचार कर रहा है कि भारत सरकार ने ‘संप्रभु नगा राष्ट्रीय झंडा और संविधान’ को मान्यता दी है. ‘फ्रेमवर्क डील’ पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ एनएससीएन (आईएम) सुप्रीमो टी. मुइवा ने दस्तखत किए. मुइवा अपने को समानांतर भूमिगत स्वतंत्र संप्रभु नगालिम संघीय सरकार के स्वयंभू ‘प्रधानमंत्री’ मानते हैं.
इस गुट के दूसरे नेता आइसाक चिशी स्वू इस नगालिम सरकार के स्वयंभू ‘राष्ट्रपति’ थे, जिसका अगस्त, 2015 डील से कुछ दिन पहले दिल्ली में ही निधन हो गया. अब 90 साल की उम्र पार कर रहे टी. मुइवा को ऐसा ‘फाइनल डील’ चाहिए, जिसमें भारत के संवैधानिक ढांचे के अंदर समानांतर अलग नगालिम संविधान और झंडा भारत सरकार स्वीकार करे.
एनएससीएन (आईएम) ने यह धमकी भारत के 76वें गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के समय दुहराई है. यह नगा गुट अपने नगालैंड के दिमापुर स्थिति हेब्रन हेडक्वार्टर में हर साल समानांतर ‘स्वतंत्र दिवस’ और ‘गणतंत्र दिवस’ मनाते हैं. एनएससीएन (आईएम) के अखबार ‘नगालिम बॉयस’ के हवाले से दिमापुर के अखबार ‘भोरंग एक्सप्रेस’और ‘इस्टर्न मिरर’ ने देर से प्राप्त खबर में छापी है. एनएससीएन (आईएम) का दावा है कि नगा विद्रोह की नींव रखनेवाले अन्गामी जापुओ फिजो ने भारत की आजादी से पहले ही नगालिम को ‘स्वतंत्र और गणतंत्र’ घोषित कर दिया था.