लाइव न्यूज़ :

Lok Sabha Elections: राजनीति में लानी होगी गरिमा और शालीनता

By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: March 23, 2024 11:41 IST

Lok Sabha Elections 2024: आपत्तिजनक शब्दों को दोहराने की जरूरत नहीं है लेकिन सब जानते हैं कि पिछले वर्षों में राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप के दौरान कई ऐसे शब्द उछाले गए हैं जिन्होंने राजनीति की गरिमा घटाकर उसे दागदार बनाया है.

Open in App
ठळक मुद्देनए आपत्तिजनक शब्दों का चुनावी शस्त्र की तरह इस्तेमाल किया जाए तो आश्चर्य नहीं. अब राजनीतिक विमर्श में भाषा की मर्यादा का उल्लंघन तो जैसे आम बात हो गई है.विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं के साथ वैचारिक मतभेद रखने के बजाय उनके दुश्मन बन जाते हैं.

Lok Sabha Elections 2024: निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा किए जाने के साथ ही देश में चुनावी गतिविधियों में तेजी आने लगी है. नेताओं के जोशीले बयान आने शुरू हो गए हैं और कुछ ही दिनों में भड़काऊ भाषणों के अंबार लग जाएंगे. पिछले कुछ वर्षों में चुनावों के दौरान यह लगभग रूटीन सा बन गया है. विडंबना यह है कि शायद ही किसी दल के नेता भड़काऊ भाषण देने या जुमले उछालने में पीछे रहते हैं. यहां तक कि अपने राजनीतिक विरोधियों पर व्यक्तिगत आक्षेप करने का चलन भी बढ़ता जा रहा है. यहां उन आपत्तिजनक शब्दों को दोहराने की जरूरत नहीं है लेकिन सब जानते हैं कि पिछले वर्षों में राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप के दौरान कई ऐसे शब्द उछाले गए हैं जिन्होंने राजनीति की गरिमा घटाकर उसे दागदार बनाया है.

इस बार भी अगर ऐसे कुछ नए आपत्तिजनक शब्दों का चुनावी शस्त्र की तरह इस्तेमाल किया जाए तो आश्चर्य नहीं. एक दौर था जब राजनीति में अपने विरोधियों पर विद्वत्तापूर्ण भाषा में अकाट्य तर्कों के साथ, किंतु शालीनता से ऐसे तीखे शाब्दिक हमले किए जाते थे कि विरोधी तिलमिलाकर रह जाते थे. इसके बावजूद उनके व्यक्तिगत रिश्तों में कोई आंच नहीं आने पाती थी, क्योंकि हमले व्यक्तिगत नहीं किए जाते थे और प्रयोग किए जाने वाले शब्दों की गरिमा का ध्यान रखा जाता था. अब राजनीतिक विमर्श में भाषा की मर्यादा का उल्लंघन तो जैसे आम बात हो गई है.

राजनीतिक विरोधियों को अब दुश्मन की तरह देखा जाने लगा है. मजे की बात यह है कि बड़े स्तर के नेता अभी भी कई बार अपने राजनीतिक विरोधियों के साथ व्यक्तिगत तौर पर मेलजोल और सद्भावपूर्ण संबंध रखते देखे जा सकते हैं लेकिन जमीनी स्तर पर उनके कार्यकर्ता अपने विरोधी दलों के कार्यकर्ताओं के साथ वैचारिक मतभेद रखने के बजाय उनके दुश्मन बन जाते हैं.

राजनीति समाज में विद्वेष फैलाने का एक हथियार बन जाती है. नेताओं को समझना होगा कि राजनीति समाज में विद्वेष फैलाने का हथियार नहीं बल्कि समाजसेवा करने का माध्यम है, इसलिए अपने मतभेदों को विचारों तक ही सीमित रखना चाहिए, किसी के ऊपर निजी तौर पर कीचड़ नहीं उछालना चाहिए.

अगर नेता ऐसा न करें तो जनता को ध्यान रखना होगा कि वह ऐसे लोगों को अपना प्रतिनिधि चुने जो सभ्य और शालीन हों, वरना संसद में भी वे विचारपूर्ण विमर्श और बहस करने के बजाय केवल हंगामा मचाकर शोरगुल करते रहेंगे. 

टॅग्स :चुनाव आयोगलोकसभा चुनाव 2024
Open in App

संबंधित खबरें

भारतएक-दूसरे से लड़ेंगे भारतीय?, बर्लिन में राहुल गांधी ने कहा-भारत में 2 विजन के बीच टकराव, हरियाणा में वोटिंग लिस्ट में एक ब्राज़ीलियाई महिला का नाम 22 बार था, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र स्थानीय चुनाव परिणाम: नगर परिषद में 246 सीट, भाजपा 100, एनसीपी 33 और शिवसेना 45 सीट पर आगे?

भारतMaharashtra Civic Polls 2025: तुकाराम म्हात्रे ने बदलापुर के दानापुर वार्ड नंबर 1 में स्पष्ट जीत हासिल की, पार्टी कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न

भारतMaharashtra Local Body Election Results 2025: बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति को बढ़त, जानें शिवसेना और कांग्रेस का हाल

भारतईटानगर नगर निगमः भाजपा ने 20 में से 14 सीट पर दर्ज की शानदार जीत, पासीघाट नगर परिषद पर पीपीए ने का कब्जा, 8 में से 5 सीट, ईटानगर-पासीघाट में कांग्रेस 0

भारत अधिक खबरें

भारतमहाराष्ट्र नगर परिषद-नगर पंचायत चुनावः भाजपा को 2431, शिवसेना को 1025 और राकांपा को 966 सीट, महायुति गठबंधन ने 4,422 सीट पर किया कब्जा, जानें कांग्रेस-आप-बसपा का हाल

भारतनए साल से पहले बिहार में 31 आईपीएस को पदोन्नति और गुजरात में  26 वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला

भारत'अगर मेरा बेटा पाकिस्तान से संबंध रखे, तो मैं उसे अस्वीकार कर दूँगा': हिमंत सरमा का बड़ा दावा

भारतMaharashtra civic polls: 29 नगर निकाय, 2,869 सीट, 3.84 करोड़ मतदाता और 15 जनवरी को मतदान, 23 दिसंबर से नामांकन शुरू, सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों में गठबंधन पर रार

भारतबिहार शीतलहरः पटना में 8वीं तक सभी विद्यालय 26 दिसंबर तक बंद, कक्षा नौवीं से ऊपर की कक्षाओं का संचालन सुबह 10 बजे से अपराह्न 3.30 बजे तक