लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: डिजिटल इंडिया मिशन की ओर अग्रसर भारत

By ऋषभ मिश्रा | Updated: March 2, 2024 10:20 IST

वर्तमान में भारत का आर्थिक रूपांतरण जिसे डिजिटलीकरण द्वारा महत्वपूर्ण रूप से गति प्रदान की गई है, यह न्यू इंडिया का एक और जगमगाता हुआ उदाहरण है, जो विकसित हो रहा है।

Open in App
ठळक मुद्देन्यू इंडिया के विचार ने सभी भारतीयों में बहुत अधिक आत्मविश्वास और आशावाद को प्रेरित कियाभारत का आर्थिक रूपांतरण जिसे डिजिटलीकरण द्वारा महत्वपूर्ण रूप से गति प्रदान की गईयह न्यू इंडिया का एक और जगमगाता हुआ उदाहरण है, जो विकसित हो रहा है

न्यू इंडिया के विचार ने हाल ही के वर्षों में सभी भारतीयों में बहुत अधिक आत्मविश्वास और आशावाद को प्रेरित किया है। जिसमें से वैश्विक और क्षेत्रीय राजनीतिक परिदृश्य में कई मुद्दों पर आत्मविश्वास पूर्ण स्वतंत्र रुख अपनाने की हमारी क्षमता,ओलंपिक सहित सभी खेलों में असाधारण प्रदर्शन दर्ज कराना, और चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर (विश्व के किसी भी देश के द्वारा पहली बार) कामयाबी के साथ चन्द्रयान उतारना जैसे कई महत्वपूर्ण आयामों में से कुछ एक हैं, जो हमें यह विश्वास करने का कारण देते हैं कि अंततः न्यू इंडिया उभर रहा है।

वर्तमान में भारत का आर्थिक रूपांतरण जिसे डिजिटलीकरण द्वारा महत्वपूर्ण रूप से गति प्रदान की गई है, यह न्यू इंडिया का एक और जगमगाता हुआ उदाहरण है, जो विकसित हो रहा है।

दुनिया भर के देशों और संगठनों में कोविड के कारण डिजिटल को अपनाने के लिए मजबूर होने से बहुत पहले ही वर्तमान सरकार ने डिजिटल अर्थव्यवस्था और डिजिटल वितरण मॉडल पर सक्रिय रूप से जोर दिया है। वस्तुतः डिजिटल इंडिया मिशन 2015 में शुरू किया गया था। और भारत सरकार ने न केवल सार्वजनिक कल्याण के लिए बल्कि डिजिटल प्लेटफार्म और 'अवसंरचना का भारतीय समूह' (स्टैक) के निर्माण में भी क्रांति की शुरुआत की है। जो अर्थव्यवस्था के विभिन्न घटकों को लाभान्वित करते हुए विकास के लिए भी एक अनूठा मंच प्रदान करता है। 

डिजिटलीकरण कृषि, परिवहन, स्वास्थ्य, सेवा और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण उद्योगों को नए व्यवसाय मॉडल की ओर ले जा रहा है, जो सभी मौलिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहे हैं। यह डिजिटलीकरण हमारी व्यवस्था में खामियों को दूर कर वितरण में अनियमितताओं को कम करता है और अर्थव्यवस्था के औपचारीकरण को सक्षम बनाता है।

जीएसटी के लिए बढ़ता पंजीकरण और जीएसटी संग्रहण में वृद्धि इसकी सफलता को परिलक्षित करता है। यह देखना उत्साहवर्धक है कि हमारे मजबूत डेवलपर समुदाय और आईटी सेवाओं की पारंपरिक ताकत के कारण भारतीय उद्यमी डिजिटल को अपनाने में अपने वैश्विक साथियों से काफी पीछे नहीं हैं।

वस्तुतः केवल कारोबारी जगत ही डिजिटल को नहीं अपना रहा है बल्कि भारतीय उपभोक्ता ने भी इसे उत्साहपूर्वक अपनाया है। 85 करोड़ इंटरनेट ग्राहकों, 63 करोड़ से अधिक स्मार्टफोन उपयोगकर्ता और 1.1 अरब मोबाइल ग्राहकों तथा 39.8 करोड़ सोशल मीडिया यूजर के साथ भारत में पहले से ही डिजिटल से जुड़ी आबादी है। डिजिलॉकर के 13.7 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। यूपीआई के 30 करोड़ सक्रिय उपयोगकर्ता हैं और कोविन ने 1.1 अरब लोगों का पंजीकरण किया है।

टॅग्स :डिजिटल इंडियाDigital
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्ट187 बैंक अंतरण और 31.83 करोड़ रुपये ठगे?, 15 सितंबर 2024 को पहली बार बात, सिलसिला शुरू और 26 मार्च 2025 को संवाद बंद

क्राइम अलर्ट'डिजिटल अरेस्ट' कर 87 लाख रुपए की ठगी, पुलिस-सीबीआई अधिकारी बनकर व्हाटसऐप पर वीडियो कॉल किया, बंगलुरु से अरेस्ट

भारतभारत का पहला डिजिटल एड्रेस सिटी बनेगा इंदौर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव की पहल से शुरू हुआ नया युग

भारतकेवल डिजिटल फौज खड़ी करने से क्या होगा?, कितनी बड़ी होगी और कैसे काम करेगी?

क्राइम अलर्टडिजिटल अरेस्ट: कुछ गलत नहीं किया तो डरना क्यों...?, हर दिन ऑनलाइन ठगी

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई