वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: ब्रिक्स में भारत की बुलंदी
By वेद प्रताप वैदिक | Published: November 16, 2019 10:07 AM2019-11-16T10:07:21+5:302019-11-16T10:07:21+5:30
संयुक्त राष्ट्र के अलावा दुनिया का हर अंतर्राष्ट्रीय संगठन जनसंख्या के हिसाब से ब्रिक्स के मुकाबले छोटा है. इस सम्मेलन में इसके सदस्यों ने सुरक्षा परिषद के सुधार, आतंकवाद के विरु द्ध ठोस कदम और नई पारस्परिक भुगतान प्रणाली पर एक राय व्यक्त की.
ब्राजील में हुआ ब्रिक्स सम्मेलन भारत की दृष्टि से काफी सार्थक रहा. इसमें पांच देशों- ब्राजील, भारत, चीन, रूस और दक्षिण अफ्रीका ने मिलकर जो संयुक्त वक्तव्य जारी किया है, उसमें वे सभी मुद्दे हैं, जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत उठाता रहा है. इसके अलावा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण अत्यंत प्रेरक और प्रभावशाली था. इस संगठन के देशों की अर्थव्यवस्था इतनी बड़ी है कि उसमें आधी दुनिया समा जाए यानी विश्व अर्थव्यवस्था का 50 प्रतिशत हिस्सा इन सिर्फ पांच देशों के पास है.
संयुक्त राष्ट्र के अलावा दुनिया का हर अंतर्राष्ट्रीय संगठन जनसंख्या के हिसाब से ब्रिक्स के मुकाबले छोटा है. इस सम्मेलन में इसके सदस्यों ने सुरक्षा परिषद के सुधार, आतंकवाद के विरु द्ध ठोस कदम और नई पारस्परिक भुगतान प्रणाली पर एक राय व्यक्त की.
उन्होंने डॉलर के बजाय सीधे लेन-देन को अपना माध्यम बनाने पर जोर दिया. वे अपने देशों की मुद्राओं का अब सीधा इस्तेमाल करेंगे यानी वह एक वैकल्पिक विश्व अर्थव्यवस्था की शुरु आत होगी. मोदी के भाषण में इन सब मुद्दों पर जोर तो दिया ही गया, उन्होंने इन सब राष्ट्रों को भारत में अपनी पूंजी लगाने के लिए बड़ी ही गर्मजोशी से न्यौता दिया. उन्होंने बताया कि विदेशी पूंजी का जैसा हार्दिक स्वागत भारत कर सकता है, वैसा दुनिया में कोई नहीं कर सकता. अगले पांच साल में भारत को 50 खरब की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए हम कृतसंकल्प हैं. आप आइए और अपना पैसा लगाइए. मोदी ने रूस के पुतिन, चीन के शी और ब्राजील के बोलसोनारो से भी खुलकर बातचीत की.
इसके अलावा मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ काफी ठोस तथ्य पेश किए. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की वजह से पिछले 10 सालों में 2.25 लाख मौतें हुई हैं. विश्व अर्थव्यवस्था को 720 खरब रु . का नुकसान हुआ है. मुझे विश्वास है कि इस भाषण का असर संयुक्त राष्ट्र पर जरूर पड़ेगा. ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोवरो अगले गणतंत्र दिवस पर हमारे मुख्य अतिथि होंगे. अब ब्राजील-यात्रा के लिए भारतीयों को वीजा-मुक्त भी कर दिया गया है.