वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: भारत के खिलाफ पहले वनडे में न्यूजीलैंड ने दिया संघर्ष क्षमता का परिचय
By वीवीएस लक्ष्मण | Updated: February 7, 2020 11:26 IST2020-02-07T11:26:10+5:302020-02-07T11:26:10+5:30
टी-20 सीरीज में 0-5 से करारी शिकस्त झेलने के बाद वनडे सीरीज में न्यूजीलैंड के लिए वापसी करना काबिल-ए-तारीफ है।

वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: भारत के खिलाफ पहले वनडे में न्यूजीलैंड ने दिया संघर्ष क्षमता का परिचय
बुधवार को न्यूजीलैंड ने विशाल स्कोर को चेस करते हुए पहला वन-डे जीता। 347 के लक्ष्य का पीछा करना बड़ी बात है। खास तौर से टी-20 सीरीज में 0-5 से करारी शिकस्त झेलने के बाद और इसमें आखिरी तीन मुकाबलों में जीत के करीब पहुंच कर मिली हार के बाद वापसी करना काबिल-ए-तारीफ है।
टी-20 सीरीज के बाद कोच गैरी स्टीड का अचानक ब्रेक लेने से भी विवाद गहरा गया था। इन बातों को ध्यान में रखते हुए मेजबान टीम का वन-डे सीरीज में शानदार आगाज करना उसके लिए सुखद खबर है। न्यूजीलैंड की जीत में अनुभवी रोस टेलर के बेजोड़ शतक के साथ हेनरी निकोल्स की आकर्षक पारी और केन विलियम्सन की गैरमौजूदगी में टॉम लैथम के बेहतरीन प्रदर्शन ने अहम भूमिका निभाई।
विशाल स्कोर का पीछा करते वक्त न्यूजीलैंड को टॉप ऑर्डर से बड़े योगदान की उम्मीद थी। मार्टिन गप्टिल के आउट होने के बाद निकोल्स द्वारा मोर्चा संभालने से मेजबान टीम के लिए लक्ष्य का पीछा करना संभव हो पाया। गप्टिल और टॉम ब्लंडेल के जल्दी-जल्दी आउट हो जाने के बाद निकोल्स ने टेलर का बखूबी का साथ निभाया। इसके बाद टेलर-लैथम की शतकीय साझेदारी ने टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया।
न्यूजीलैंड ने 30 से 40 ओवर के बीच 117 रन जोड़कर मुश्किल दिखाई दे रही जीत को आसान कर दिया। 41वें ओवर में टीम को 5.6 रन प्रति ओवर के औसत से रन की दरकार थी। भारत के लिए क्षेत्ररक्षण की कुछ खामियां भारी पड़ीं। लगातार तीसरी वन-डे सीरीज के पहले मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। फिर भी मुझे पूरी उम्मीद है कि भारतीय टीम घरेलू सीरीज में विंडीज और ऑस्ट्रेलिया की तरह जोरदार ढंग से वापसी करने में सफल रहेगी।
इसके लिए उन्हें मैदान पर अधिक ऊर्जावान और अनुशासित होकर बड़ी साझेदारियां बनाने की कोशिश करनी होगी। कुलदीप यादव द्वारा टेलर को दस रन के स्कोर पर जीवनदान देना भारी पड़ा। क्षेत्ररक्षण के दौरान इस तरह की गलतियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की बल्लेबाजी से मुतास्सिर हूं। श्रेयस ने शुरुआती झटकों से पारी को संवारा तो राहुल ने धोनी और हार्दिक पंड्या की तरह आतिशी पारी खेली। यदि भारतीय टीम बल्लेबाजी की तरह अन्य दो विभागों में उल्लेखनीय सुधार करने में सफल होती है तो उसके लिए वन-डे सीरीज को जीतना कठिन नहीं होगा।