पाकिस्तान को सलमान खान से इतनी मिर्ची क्यों लगी?
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: October 28, 2025 04:32 IST2025-10-28T04:31:10+5:302025-10-28T04:32:09+5:30
Saudi Arabia Joy Forum 2025: बस इतनी सी बात को लेकर पाकिस्तान इतना आगबबूला हुआ है कि उसने सलमान खान को ऐसी सूची में डाल दिया है जिसमें आतंकवाद से जुड़े होने के संदेह वाले लोगों के नाम होते हैं. इ

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Saudi Arabia Joy Forum 2025: सऊदी अरब में आयोजित ज्वाय फोरम 2025 के कार्यक्रम में सलमान खान ने बॉलीवुड की चर्चा करते हुए बातों ही बातों में कहा कि यहां यानी सऊदी अरब में बलूचिस्तान के लोग रहते हैं, अफगानिस्तान के लोग रहते हैं, पाकिस्तान के लोग रहते हैं. बस इतनी सी बात को लेकर पाकिस्तान इतना आगबबूला हुआ है कि उसने सलमान खान को ऐसी सूची में डाल दिया है जिसमें आतंकवाद से जुड़े होने के संदेह वाले लोगों के नाम होते हैं. इसे आतंकवाद विरोधी अधिनियम (1997) की चौथी अनुसूची कहा जाता है.
पाकिस्तान का कहना है कि बलूचिस्तान का नाम सलमान खान ने एक देश के तौर पर क्यों लिया? सलमान का उद्देश्य बलूचिस्तान को एक देश के रूप में इंगित करने का था या नहीं, यह पता नहीं है. लेकिन यह तो दुनिया जानती है कि बलूचिस्तान के लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और वे खुद को पाकिस्तान का हिस्सा मानने को तैयार नहीं हैं.
यह सत्य भी सर्वविदित है कि बलूचिस्तान को धोखेबाजी करके पाकिस्तान ने खुद में मिलाया अन्यथा बलूचिस्तान पहले अलग देश के रूप में पहचान पा चुका था. अब वहां के लोग आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं और पाकिस्तानी हुकूमत उनके दमन के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है. बलूचिस्तान के हजारों हजार युवाओं को और वहां के नेताओं को पाकिस्तान ने गायब कर दिया है.
बहुत से लोग तो ऐसे हैं, जिनकी लाश तक नहीं मिली है. क्षेत्रफल की दृष्टि से पाकिस्तान का 46 प्रतिशत हिस्सा बलूचिस्तान है और कुल आबादी के केवल 6 प्रतिशत लोग ही वहां रहते हैं. प्राकृतिक संसाधनों के मामले में भले ही यह इलाका समृद्ध माना जाता हो लेकिन हकीकत यह है कि यहां जो भी आबादी रहती है, उसका 70 प्रतिशत हिस्सा गरीबी रेखा के नीचे है.
बलूचिस्तान के इलाके के साथ पाकिस्तान खुद ऐसा व्यवहार करता है, जैसे वह उसका इलाका है ही नहीं. बलूचिस्तान की बदहाली को लेकर दुनिया भर में आवाजें उठती रही हैं और बहुत से लोग आजाद बलूचिस्तान का समर्थन भी करते हैं. ऐसे में यदि सलमान खान ने दूसरे देशों के साथ बलूचिस्तान का नाम ले लिया तो क्या बुरा किया?
लेकिन ज्यादा संभावना तो यही है कि इस फिल्म एक्टर ने इलाकों का नाम लेते हुए बलूचिस्तान का नाम भी लिया हो. जो भी हो लेकिन अब सवाल यह है कि चौथी अनुसूची में नाम लिख देने से सलमान का क्या बिगड़ेगा? इस सूची में नाम जोड़े जाने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने सलमान को आजाद बलूचिस्तान का सूत्रधार माना है.
इस शब्द पर केवल हंसा ही जा सकता है क्योंकि यह पाकिस्तानी मूर्खता का जीता-जागता उदाहरण है. और हकीकत यह है कि सलमान की सेहत पर इसका कोई असर नहीं होना है. चौथी अनुसूची का मतलब है कि इसमें शामिल लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध और कड़ी निगरानी के साथ ही कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
सलमान खान कौन सा पाकिस्तान जा रहे हैं जो उन पर प्रतिबंध लागू होगा या कड़ी निगरानी रखी जाएगी? पाकिस्तान की इतनी औकात नहीं कि वो सलमान खान का कुछ बिगाड़ पाए. जगहंसाई केवल पाकिस्तान की ही होनी है लेकिन जो पहले से ही बेशर्म हो, उसके लिए जगहंसाई के भी क्या मायने?