पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बार-बार राबड़ी आवास जाकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने पर जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी ने हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के साथ साथ राजद प्रमुख के ओएसडी भी हो गए हैं। हर दिन लालू के घर जाकर रिपोर्ट करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार अब नीतीश कुमार के एजेंडे से बाहर हो गया है। आरसीपी ने कहा कि जदयू के नेताओं के पास अब कोई काम नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार और मुख्यमंत्री उनके हैं और वही लोग कभी पटना में तो कभी नालंदा में कैंडिल मार्च निकाल रहे हैं। पूरे बिहार में आज सूखे के हालात हैं। राज्य के किसानों की हालत खराब है लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री सिर्फ जुलूस निकलवाने में व्यस्त हैं। आरसीपी ने कहा कि बिहार कही भी नीतीश कुमार के एजेंडे में नहीं रह गया है। नीतीश कुमार सप्ताह में दो-दो दिन राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के यहां जाते रहते हैं। उनको काम से कोई मतलब नहीं रह गया है। यह बहुत ही हास्यास्पद है कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के ओएसडी भी हो गए हैं और हर दिन उनके पास जाकर सलाह देते हैं।
आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार एक तो पहले ही जनता के जनादेश के साथ विश्वासघात कर चुके हैं और अब जब बिहार की सामूहिक जिम्मेवारी है तो उसे देखकर हालत खराब है। नीतीश कुमार करते क्या हैं? बाहर जाते हैं और आते हैं तो राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट करते हैं। नीतीश कुमार हर दिन लालू प्रसाद को रिपोर्ट करते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के साथ जो कर रहे हैं वह कहीं से भी ठीक नहीं है। वहीं मंदिर में नमाज पढ़ाने का मंत्री श्रवण कुमार का वीडियो वायरल होने के सवाल पर आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार के यहां एक से बढ़कर एक अच्छे अच्छे मंत्री हैं, उस पर कुछ कहने की जरूरत नहीं है। पूरे देश में सामाजिक सद्भाव कायम है और सरकार के मंत्री क्या बयान दे रहे हैं? श्रवण कुमार को पूजा और नमाज के बारे में कोई जानकारी भी है क्या? मंत्री बन जाने से कोई सब कुछ नहीं जान जाता है। श्रवण कुमार को बताना चाहिए कि अभी उनके मंत्रालय का क्या हाल है। उनके मंत्रालय में न पैसा बचा है और ना ही कोई काम है। ऐसे में खाली समय में अनाप शनाप बयान दे रहे हैं। 2024 के चुनाव में जनता हिसाब कर देगी।
वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर उन्होंने कहा कि जिसके दादा मुख्यमंत्री रहे और पिता मुख्यमंत्री हैं और बाद में ये भी सोचेंगे कि मुख्यमंत्री बन जाए, वे इस तरह के बयान दे रहे हैं। इनकी मानसिकता सड़ चुकी है और ऐसी सड़ी हुई मानसिकता से न तो किसी देश का और ना ही किसी प्रदेश का विकास हो सकता है।