Bihar Politics News: बिहार में अब जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर सियासत गर्माने जा रही है। कर्पूरी ठाकुर के करीबी होने के सभी दलों के द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके पीछे पिछड़ी जाति की गोलबंदी माना जा रहा है। राजद के द्वारा कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी पर 23 जनवरी को पटना में समारोह का आयोजित करने का ऐलान किया है।
वहीं, जदयू ने कुछ दिन पहले ही बिहार के जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती को लेकर एक बड़ी रैली का ऐलान किया था। लेकिन फिर अत्यधिक ठंड का हवाला देकर जदयू ने कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था। वहीं, दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया।
वहीं उनके इस्तीफे को स्वीकार करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद बन गए। इसके बाद जदयू ने एक बार फिर कर्पूरी के जन्मशती समारोह पर पटना में रैली करने का फैसला लिया है। उल्लेखनीय है कि जदयू की रैली रद्द होने के बाद पिछले दिनों लालू यादव की पार्टी राजद ने कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी पर 23 जनवरी को पटना में समारोह का आयोजित करने का ऐलान किया था।
राजद पटना के एसके मेमोरियल में कर्पूरी ठाकुर की जन्म शताब्दी कार्यक्रम मनाएगी। इस कार्यक्रम में लालू यादव, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। वहीं अब जदयू के द्वारा रैली करने का ऐलान करने के बाद यह माना जा रहा है कि जदयू- राजद इस कार्यक्रम के माध्यम से अति पिछड़ा वोटबैंक को साधने में लगी हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में भव्य कार्यक्रम होगा। जदयू ने लोगों का आह्वान किया है कि कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वेटनरी कॉलेज मैदान पहुंचे और उनकी नीतियों व आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लें। कर्पूरी के नाम पर सियासत की क्रेडिट लेने की होड में जदयू और राजद दोनों जुट गए हैं।