पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मन की बात किए जाने पर तंज कसते हुए जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि मोदी हिंसाग्रस्त मणिपुर की बात कब करेंगे?
ललन सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिर आपके मन की बात में मणिपुर के हित की बात, मणिपुर और देशभर में सामाजिक सौहार्द एवं शांति की बात, युवाओं के हित की बात, महंगाई की बात, बेरोजगारों के हित की बात क्यों नहीं आती है? उन्होंने कहा कि मणिपुर भारत में ही है, वहां भी डबल इंजन वाली भाजपा सरकार है।
महीनों से जो मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। देश के प्रधानमंत्री के मन की बात में यह क्यों नहीं आती? समय निकट है, देश की जनता सब का हिसाब लेगी। ललन सिंह ने पोस्ट के साथ एक वीडियो भी डाला है। इसमें लोगों की भीड़ रेडियो दिखाती है। फिर रेडियो को सड़क पर फेंक दिया जाता है और लोग उस पर पैर मारकर तोड़ देते हैं।
यह एक प्रतीकात्मक विरोध दर्शाया गया है, जिसमें लोगों का गुस्सा पीएम मोदी पर है। पीएम मोदी जो हर महीने के अंतिम रविवार को मन की बात करते हैं वे 3 मई से हिंसा से जूझ रहे मणिपुर के मामले में अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
दरअसल, मणिपुर में तीन मई को ये हिंसा तब शुरू हुई जब मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ राज्य के कुकी समेत दूसरे जनजातीय समुदाय ने रैली निकाली जो बाद में हिंसक हो गई। दोनों समुदायों के बीच लंबे समय से मतभेद होने के बावजूद राज्य में कुकी और मैतेई समुदाय शांतिपूर्वक रह रहे थे।
लेकिन राज्य की भाजपा सरकार ने मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिया जिसका कुकी समेत दूसरे जनजातीय समुदाय विरोध कर रहे हैं। संयोग से मणिपुर की मौजूदा विधानसभा में 60 में से 40 विधायक मैतेई समुदाय के हैं।