पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मंगलवार को होने वाली चेन्नई यात्रा अंतिम वक्त में रद्द हो गया। मुख्यमंत्री के चेन्नई जाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एयरपोर्ट पर पहुंचकर मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहे थे, लेकिन ऐन वक्त पर नीतीश कुमार की तबीयत बिगड़ गई और उनका चेन्नई जाने का कार्यक्रम स्थगित हो गया।
उनका दौरा रद्द होने के पीछे स्वास्थ्य कारण बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि रात में उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, इसलिए वे चेन्नई नहीं गए। उल्लेखनीय है कि पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को चेन्नई जाना था। अब अचानक बदलाव के बाद नीतीश कुमार की ओर से जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री संजय झा को चेन्नई भेजा गया।
अब एम के स्टालिन से तेजस्वी यादव और संजय झा मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री उनको मनाने और महाबैठक के लिए विशेष रूप से आमंत्रित करने के लिए जाने वाले थे।
नीतीश कुमार का तमिलनाडु दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा था क्योंकि विपक्षी एकजुटता अभियान के तहत दक्षिण भारत के किसी राज्य में उनका यह पहला दौरा था। चेन्नई यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री एक कार्यक्रम में भी शामिल होने वाले थे। कार्यक्रम में उनका संबोधन भी था।
वहीं, विपक्षी एकता की बैठक से पहले दोनों के बीच ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही थी। महागठबंधन के नेता इसे विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश को एक अहम कड़ी मान रहे थे। इसके पूर्व नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मिल चुके हैं।
इन मुख्यमंत्रियों ने पटना में होने वाली महाबैठक में शामिल होने को लिए अपनी सहमति दे दी है। इसबीच पटना के एक अणे मार्ग स्थित नेकसंवाद कक्ष में महाबैठक की तैयारियां की जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार महाबैठक में शामिल होने के लिए स्टालिन की सहमति भी मिल चुकी है। हालांकि, आखिरी वक्त में नीतीश कुमार के तमिलनाडु न जाने के निर्णय से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। वहीं, भाजपा इस बैठक को लेकर लगातार सवाल खड़ा कर रही है।