बिहारः मुख्यमंत्री जी, आपका शिक्षा विभाग है या कव्वाली का अखाड़ा?, जारी जंग पर कुशवाहा ने कसा तंज, कहा-सनकी मंत्री और एक महासनकी अधिकारी के बीच भिड़ंत!
By एस पी सिन्हा | Updated: July 6, 2023 16:29 IST2023-07-06T16:27:37+5:302023-07-06T16:29:05+5:30
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा महादलित टोला सेवकों के लिए जारी किए गए फरमान पर शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव के बीच तनातनी चल रही है।

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पटनाः बिहार के शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव और शिक्षा मंत्री के बीच जारी तनातनी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और रालोजद के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है बिहार का शिक्षा विभाग कव्वाली का अखाड़ा बन चुका है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मुख्यमंत्री जी, आपका शिक्षा विभाग है या कव्वाली का अखाड़ा?, जहां एक सनकी मंत्री और एक महासनकी अधिकारी के बीच भिड़ंत चल रहा है।''
अपने ट्विट में शिक्षा विभाग पर चुटकी लेते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा है कि ''अधिकारी ऐसा जो आप ही की तरह अपने को आपके बाद दुनिया का सबसे अधिक ज्ञानी समझता है और मां. मंत्री जी के बारे में तो कहना ही क्या..! शिक्षा मंत्री के काम के अतिरिक्त बाकी सभी काम करने में दक्षता हासिल है उनको। संभालिए सर, अन्यथा आने वाली पीढ़ी कोसेगी।''
माननीय मुख्यमंत्री जी,
— Upendra Kushwaha (@UpendraKushRLJD) July 5, 2023
आपका शिक्षा विभाग है या कव्वाली का अखाड़ा ?, जहां एक सनकी मंत्री और एक महासनकी अधिकारी के बीच भिड़ंत चल रहा है...!
अधिकारी ऐसा जो आप ही की तरह अपने को आपके बाद दुनिया का सबसे अधिक ज्ञानी समझता है और मां. मंत्री जी के बारे में तो कहना ही क्या..! शिक्षा… pic.twitter.com/A0JCQ4Fxdx
दरअसल, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा महादलित टोला सेवकों के लिए जारी किए गए फरमान पर शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव के बीच तनातनी चल रही है, जो अब खुलकर सामने आ गई है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने अपर मुख्य सचिव के के पाठक को पत्र भिजवाया है।
तीन पन्नों के इस लेटर में शिक्षा मंत्री ने केके पाठक को जमकर हड़काया है। वहीं जवाबी हमला करते हुए शिक्षा विभाग ने शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव को कार्यालय में घुसने पर ही रोक लगा दी है। वहीं इस पत्र के जारी होने के बाद के के पाठक के समर्थन और विरोध में जदयू और राजद आमने-सामने आ गई है।