लालू के करीबी पूर्व MLA अरुण यादव पर सीबीआई ने कसा शिकंजा, बालू की काली कमाई!
By एस पी सिन्हा | Published: January 20, 2024 05:01 PM2024-01-20T17:01:48+5:302024-01-20T17:18:53+5:30
बालू (रेत) की काली कमाई के मामले में सीबीआई ने राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई आज अरुण यादव से पूछताछ करने पहुंची, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में टीम उनकी विधायक पत्नी किरण यादव को नोटिस थमा दिया।
पटना: बालू (रेत) की काली कमाई के मामले में सीबीआई ने राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई आज अरुण यादव से पूछताछ करने पहुंची, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में टीम उनकी विधायक पत्नी किरण यादव को नोटिस थमा दिया। अरुण यादव की गिनती लालू यादव के करीबी के रूप में की जाती है। पूर्व विधायक अरुण यादव के खिलाफ विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।
बताया जाता है कि कई साल पहले अरुण यादव को एसटीएफ ने बिहटा व कोइलवर के बीच गिरफ्तार किया था। उस वक्त अरुण पर 25 हजार का इनाम घोषित था। अरुण यादव को बीते विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था। अरुण यादव की जगह पत्नी किरण देवी को राजद ने उसी संदेश विधानसभा से उम्मीदवार बनाया, जहां से अरुण विधायक था। अरुण यादव पर नाबालिग से दुष्कर्म का भी संगीन आरोप लगा था। इस चर्चित मामले में आरा की कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया था।
दुष्कर्म के इस मामले में नाम आने के बाद अरुण यादव ने अपनी पत्नी किरण देवी को संदेश सीट से टिकट दिलवाया था। किरण देवी चुनाव जीतकर विधायक बनीं। इससे पहले 16 मई, 2023 को विधायक किरण देवी और उनके पूर्व विधायक पति अरुण यादव के ठिकानों पर सीबीआई की टीम ने दस्तक दी थी। भोजपुर के संदेश विधायक किरण देवी और उनके पति अरुण यादव के आवास पर सीबीआई की टीम ने छापामारी की थी। अरुण यादव भोजपुर के बड़े बालू कारोबारी भी हैं। आरा से लेकर पटना तक उनका कारोबार फैला है।
ऐसे में अवैध बालू कारोबार से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए नोटिस दिल्ली से सीबीआई की टीम अरुण यादव के घर पहुंची थी। अरुण यादव ने ही लालू परिवार से कई फ्लैट भी खरीदे थे। मां मरछिया देवी अपार्टमेंट में अरुण यादव ने कई फ्लैट खरीद लिए थे। अरुण के बड़े भाई विजेंद्र यादव भी राजद के टिकट पर विधायक रह चुके हैं।