नई दिल्ली, 25 जुलाई। इस सत्र में तीन फाइनल खेलने के बावजूद खिताब से वंचित रही पीवी सिंधु चीन में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप और इंडोनेशिया में एशियाई खेलों में नये सिरे से शुरुआत करेंगी। रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक जीतने के बाद से सिंधु शानदार फॉर्म में है।
पिछले साल वह छह फाइनल में पहुंची और तीन खिताब जीते। वह विश्व चैंपियनशिप, हांगकांग ओपन और दुबई सुपर सीरिज में फाइनल में हार गई। इस साल वह इंडिया ओपन, राष्ट्रमंडल खेल और थाईलैंड ओपन में फाइनल में पहुंची, लेकिन हार गईं।
सिंधु ने कहा कि मैं जानती हूं कि कुछ समय से फाइनल हार रही हूं। हर बात का सकारात्मक और नकारात्मक पहलू होता है। क्वार्टर फाइनल या सेमीफाइनल में हारने पर आप उन गलतियों से सीखते हैं। आप अच्छा खेल रहे हैं, लेकिन आखिरी बाधा पार नहीं कर पा रहे।
सिंधु ने कहा कि मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि फाइनल में पहुंचना जीतने के बराबर ही है। पहले या दूसरे दौर में हारना बुरा है। फाइनल में कुछ भी हो सकता है। सिंधु भारतीय टीम के साथ शनिवार को चीन रवाना होगी, जहां 30 जुलाई से विश्व चैम्पियनशिप खेली जानी है।
सिंधु ने कहा कि मैं विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं। मेरी तैयारी अच्छी है। फिर एशियाई खेल भी है, जिसमें भी मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं। विश्व चैंपियनशिप में ड्रॉ कठिन होगा, लिहाजा उसे हलके में नहीं ले सकते।
एशियाई खेलों के बारे में उन्होंने कहा कि एशियाई खेल कठिन होंगे, लेकिन मुझे लगता है कि इसका स्तर किसी अन्य सुपर सीरिज टूर्नामेंट की तरह होगा। कैरोलिना मारिन के अलावा सारे एशियाई खिलाड़ी इसमें होंगे।
इस साल अपने प्रदर्शन के बारे में सिंधु ने कहा कि मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। यह साल अच्छा रहा है। मैं राष्ट्रमंडल खेल फाइनल तक पहुंची, लेकिन थकान मुझ पर हावी हो गई थी। मैने पिछली बार कांस्य जीता था तो इस बार रजत अच्छा है। उम्मीद है अगली बार पीला तमगा जीतूंगी।
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