एशियन गेम्स: साइना नेहवाल ने सेमीफाइनल में पहुंच कर रचा इतिहास, 1982 के बाद पहली बार सिंगल्स में मेडल पक्का
By विनीत कुमार | Updated: August 26, 2018 13:32 IST2018-08-26T13:24:07+5:302018-08-26T13:32:09+5:30
एशियन गेम्स के इतिहास में यह पहली बार है जब बैडमिंटन के विमेंस सिंगल्स में भारत ने कोई पदक पक्का किया है।

साइना नेहवाल (फाइल फोटो)
जकार्ता, 26 अगस्त: भारत की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल इतिहास रचते हुए इंडोनेशिया में जारी 18वें एशियन गेम्स के सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है। साइना ने रविवार को क्वॉर्टर फाइनल में थाईलैंड की इंतानोन रैतचानोक को 42 मिनट चले मुकाबले में 21-18, 21-16 से हराया। एशियन गेम्स के इतिहास में यह पहली बार है जब बैडमिंटन के विमेंस सिंगल्स में भारत ने कोई पदक पक्का किया है।
साथ ही 1982 के बाद बैडमिंटन के एकल स्पर्धा में भी यह पहला पदक होगा।इससे पहले बैडमिंटन के व्यक्तिगत स्पर्धा में केवल एक ब्रॉन्ज मेडल सैयद मोदी ने 1982 में आखिरी बार जीता था।
Congrats @NSaina. First ever medal in womens singles badminton at the Asian Games. What fighting qualities in that first game. Take a bow Saina. Simply awesome 🇮🇳🏸. So proud to support you @OGQ_India@Media_SAI@BAI_Media Keep fighting against TTY in the semis.
— Viren Rasquinha (@virenrasquinha) August 26, 2018
वर्ल्ड रैकिंग में 10वें नंबर पर काबिज और लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली साइना नेहवाल ने इसी साल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में पीवी सिंधु को हराकर गोल्ड मेडल जीता था। इससे पहले साइना ने राउंड ऑफ 16 के मुकाबले में डोनेशिया की फितरियानी को 21-6, 21-14 से हराकर क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाई।
बताते चलें कि मेंस सिंगल्स में भारत की चुनौती पहले ही समाप्त हो गई है। मेंस सिंगल्स में भारक के लिए मेडल के बड़े दावेदार किदांबी श्रीकांत और एच एस प्रणॉय को राउंड ऑफ-32 में पुरुष एकल के अपने मुकाबलों में हारकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था।