प्रमोद भार्गव वरिष्ठ पत्रकार व साहित्कार हैं। वे जनसत्ता से लेकर हंस तक कई पत्र-पत्रिकाओं में लेखन का काम कर चुके हैं। 'भाषा और भाषाई शिक्षा के बुनियादी सवाल' और 'मीडिया का बदलता स्वरूप' प्रमोद भार्गव की प्रमुख किताबों के लेखक हैं।Read More
पक्षियों की तुलना में इनकी उम्र कम होती है, इसलिए इनमें से ज्यादातर कीट गंतव्य से लौटकर अपने पुराने ठिकानों पर नहीं पहुंच पाते. इस कारण अनेक दिग्गज वैज्ञानिकों में मतभेद है कि टिड्डी एवं कीड़े-मकोड़ों की इन यात्नाओं को प्रवास यात्ना कहा जाए या नहीं. ...
गलवान नदी घाटी क्षेत्र 1962 में हुई भारत-चीन की लड़ाई में भी प्रमुख युद्ध स्थल रहा था. गलवान घाटी श्योक नदी के इर्द-गिर्द है. नदी के दोनों किनारों पर ऊबड़-खाबड़ पथरीली जमीन है. नदी पहाड़ों को काटकर तेज धारा के रूप में बहती है. इस नदी घाटी की संरचना चंबल ...
फिलहाल गिलोय और पिपली के मिश्रण का मेदांता अस्पताल में कोविड-19 प्रभावित रोगियों पर उपचार शुरू हुआ है. यदि यह दवा कसौटी पर खरी उतरती है तो इसे कोविड-19 के उपचार की वर्तमान चिकित्सा व्यवस्था में शामिल किया जाएगा. इन दोनों दवाओं पर पूर्व में प्रामाणिक ...
आर्थिक उदारीकरण के बाद दुनिया तेजी से भूमंडलीय गांव में बदलती चली गई. यह तेजी इसलिए विकसित हुई, क्योंकि वैश्विक व्यापारीकरण के लिए राष्ट्र व राज्य के नियमों में ढील देते हुए वन व खनिज संपदाओं के दोहन की छूट दे दी गई. इस कारण औद्योगीकरण व शहरीकरण तो ब ...
आजकल मंत्रों में निहित ऊर्जा को पढ़ने की कोशिश मुंगेर के योग विश्वविद्यालय में की जा रही है. दुनिया के चुनिंदा 50 विश्व-विद्यालयों के 500 वैज्ञानिक कण-भौतिकी (क्वांटम फिजिक्स) पर शोध कर रहे हैं. इस शोध के केंद्र में ‘टेलीपोर्टेशन ऑफ क्वांटम एनर्जी’’ ...
रिपोर्ट के अनुसार 319 को सामान्य और 442 पक्षियों को न्यूनतम सरंक्षण की जरूरत है. औद्योगिक और तकनीकी विकास की तीव्रता के चलते दो हजार से अब तक 52 प्रतिशत पक्षियों की संख्या घटी है. ...
भारत में प्रतिवर्ष 18.5 करोड़ टन दूध और उसके सह-उत्पादों का उत्पादन होता है. यह दुनिया में सर्वाधिक है. इसी वजह से इन उत्पादकों की मासिक आय लगभग 9000 रुपए है. देश की 30 लाख करोड़ रुपए की कृषि जीडीपी में दूध व पोल्ट्री क्षेत्र की भागीदारी 30 प्रतिशत ह ...