एशियन गेम्स के ऐतिहासिक मिक्स्ड 4x400 मीटर रिले में भारत ने जीता सिल्वर, पदकों का अर्धशतक पूरा
By विनीत कुमार | Published: August 28, 2018 08:00 PM2018-08-28T20:00:58+5:302018-08-28T20:05:23+5:30
मिक्स्ड 4 गुणा 400 मीटर इवेंट का गोल्ड मेडल बहरीन की टीम ने जीता। बहरीन की टीम 3.11.89 के समय के साथ पहले स्थान पर रही।
जकार्ता/पालेमबांग, 28 अगस्त: भारत ने इंडोनेशिया में चल रहे 18वें एशियन गेम्स में पहली बार शामिल किये गये मिक्स्ड 4x400 मीटर रिले स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता है। भारतीय टीम की ओर से मोहम्मद अनस, पुवमा राजू, हिमा दास और राजीव अरोकिया ने तीन मिनट 15.71 सेकेंड का समय निकालते हुए ये मेडल जीता।
रेस की शुरुआत भारत की ओर से मेहम्मद अनस ने की और सबसे आगे रहे। हालांकि, बैटन बदलने के बाद दूसरे नंबर पर खड़ी पुवमा उस बढ़त गंवा बैठीं और आखिरकार बाद में हिमा और राजीव भी इस गैप को खत्म नहीं कर सके। आखिरकार भारत को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।
इस सिल्वर के साथ ही भारत के इन एशियाई खेलों में 50 मेडल पूरे हो गये हैं। भारत की झोली में अभी 9 गोल्ड, 19 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज मेडल हैं। मिक्स्ड इवेंट का गोल्ड मेडल बहरीन की टीम ने जीता। बहरीन की टीम 3.11.89 के समय के साथ पहले स्थान पर रही वहीं, कजाकिस्तान की टीम तीन मिनट 19.52 सेकेंड के समय के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
यह पहली बार है जब इस स्तर के किसी खेल प्रतियोगिता में मिक्स्ड 4x400 मीटर रिले को शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि भविष्य में ओलंपिक में भी इस खेल को शामिल किया जा सकता है।
इससे पहले एशियन गेम्स के 10वें दिन भारत को बड़ी कामयाबी मंजीत सिंह ने दिलाई। मंजीत ने सभी को चौंकाते हुए पुरुषों के 800 मीटर का गोल्ड मेडल जीता। इसी स्पर्धा में जिनसन जॉनसन ने भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता। मंजीत ने 1.46.15 का समय लेते हुए दौड़ पूरी की। वहीं, दूसरे स्थान पर रहे जॉनसन ने 1.46.35 का समय निकाला।
1962 में हुए एशियन गेम्स में मिल्खा सिंह और मक्खन सिंह के बाद ये पहली बार है जब ट्रैक एक फील्ड में भारत के दो एथलीटों ने एक ही स्पर्धा में दो मेडल जीते हैं। साथ ही एशियन गेम्स में 1982 के बाद पहली बार 800 मीटर स्पर्धा में भारत की झोली में गोल्ड मेडल आया है।
महिला एथलेटिक्स से जरूर एक निराश करने वाली खबर आई जहां हिमा दास 200 मीटर रेस के सेमीफाइनल में डिस्क्वॉलिफाई हो गईं। हिमा गन शॉट की आवाज से पहले ही दौड़ने के लिए निकल गई थीं और इस वजह से उन्हें बाहर होना पड़ा। वैसे दुती चंद ने सेमीफाइनल-1 में पहले स्थान पर रहते हुए फाइनल में क्लॉलिफाई करने के साथ भारत की चुनौती को 200 मीटर में बरकरार रखा है।