वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) शिखर सम्मेलन में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे।
इस संबंध में सीएनएन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और जेलेंस्की के बीच होने वाली बैठक यूक्रेन के प्रति अमेरिका की एकजुटता को प्रदर्शित करेगी क्योंकि नाटो सम्मेलन में राष्ट्रपति जेलेंस्की की उपस्थिति सवालों के घेरे में थी।
सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन का संघर्ष भी नाटो नेताओं के बीच होने वाली बैठक के एजेंडे में शामिल है, इसके साथ ही यूक्रेन को सैन्य गठबंधन नाटो का सदस्य बनाने के लिए सदस्य देशों के बीच गंभीर चर्चा होने की सभावना है।
सीएनएन के अनुसार विनियस में होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन में यूक्रेन की सदस्यता को लेकर चल रही बहस होने के आसार है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच सैन्य गठबंधन नाटो को एकजुट रखना चाहते हैं। इस कारण अमेरिका को नाटो गठबंधन की इस बैठक में यूक्रेन की संभावित नाटो सदस्यता और उसे दिये जा रहे अतिरिक्त सैन्य सहायता के संबंध में सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
इस संबंध में पिछले हफ्ते राष्ट्रपति बाइडन ने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि यूक्रेन नाटो की सदस्यता के लिए तैयार है। बाइडन ने कहा था कि नाटो एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें लोकतंत्रीकरण से लेकर अन्य मुद्दों पर जरूरी सभी योग्यताओं को पूरा करने में कुछ समय लगता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने सीएनएन के फरीद जकारिया के साथ एक इंटरव्यू में यूक्रेन की नाटो सदस्यता के बारे में पूछे जाने पर कहा, "मुझे नहीं लगता कि यूक्रेन नाटो में सदस्यता के लिए तैयार है। ऐसा अभी नहीं लगता कि नाटो इस बात पर एकमत है कि युद्ध के बीच में यूक्रेन को नाटो परिवार में लाया जाए या नहीं।"
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि नाटो में इस बात पर एकमत है कि इस समय यूक्रेन को नाटो परिवार में लाया जाए। यदि युद्ध चल रहा है, तो हम सभी युद्ध में हैं। आप जानते हैं कि अगर ऐसा होता तो हम भी रूस के साथ युद्ध में होते। इसलिए मुझे लगता है कि हमें रूस के लिए, अपने लिए और यूक्रेन के लिए एक तर्कसंगत रास्ता बनाना होगा ताकि वह नाटो की सदस्यता हासिल कर सके।“