इस्तांबुल, चार अगस्त (एपी) तुर्की के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को उस बयान के लिए ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ बताया है जिसमें बाइडन प्रशासन ने कहा कि वह अफगानिस्तान में खतरे का सामना कर रहे अफगान नागरिकों को निकालने में मदद करेगा और किसी तीसरे देश में निर्णय प्रक्रिया में महीनों का वक्त लग सकता है।
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तंजू बिलगिक ने बुधवार को कहा कि अमेरिका के बयान से यह लगता है कि तुर्की आवेदन का स्थान है लेकिन उससे कोई विचार विमर्श नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि तुर्की में कोई और शरणार्थी संकट झेलने की क्षमता नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका इन लोगों को विमान के जरिए सीधे ले जा सकता है। तुर्की तीसरे देशों की अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियां नहीं उठाएगा।’’ उन्होंने कहा कि तुर्की अपने कानूनों का दूसरे देश द्वारा दुरुपयोग नहीं करने देगा। अमेरिका की घोषणा से बड़ा शरणार्थी संकट खड़ा हो सकता है।
गौरतलब है कि अमेरिका के विदेश विभाग ने सोमवार को कहा था कि सरकार अमेरिका में शरणार्थी दर्जे के लिए योग्यता का विस्तार कर रही है। इसके तहत अमेरिकी मीडिया संगठनों, अमेरिका से मदद प्राप्त राहत और विकास एजेंसियों तथा अन्य राहत समूहों के मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों को इसमें शामिल किया जाएगा। अमेरिकी सरकार, नाटो के मौजूदा और पूर्व कर्मचारी जो निर्धारित कार्यक्रम के तहत मापदंड पूरा नहीं कर रहे थे, वे भी अब इसके दायरे में आएंगे।
हालांकि, इसमें कुछ शर्तें भी शामिल हैं। आवेदकों को निर्णय प्रक्रिया शुरू करने के लिए अफगानिस्तान छोड़ना होगा जिसमें किसी तीसरे देश में 12-14 महीने लग सकते हैं, और अमेरिका उनके प्रस्थान या वहां रहने का समर्थन करने का इरादा नहीं रखता है।
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