'हम अफगानिस्तान में उम्मीद की किरण वापस लेकर आ रहे हैं' , पंजशीर में तालिबान को प्रतिरोध बल ने पहुंचाया भारी नुकसान
By दीप्ती कुमारी | Published: September 3, 2021 12:03 PM2021-09-03T12:03:10+5:302021-09-03T12:10:20+5:30
अफगानिस्तान के पंजशीर घाटी में प्रतिशोध बल तालिबान को कड़ा मुकाबला दे रहे हैं । उन्होंने ये ऐलान किया कि परवान प्रांत की राजधानी चरिकर को वापस नियंत्रण में ले लिया गया है ।
काबुल : तालिबान को पंजशीर प्रांत में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय प्रतिरोध मोर्चा के खिलाफ लड़ाई में भारी नुकसान हुआ है । अफगानिस्तान का एकमात्र ऐसा क्षेत्र जो तालिबान के लिए आफत बना हुआ है और तालिबानी लड़ाकों से जमकर मुकाबला कर रहा है ।
प्रतिरोध बल अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर संघर्ष के बारे में बराबर जानकारी दे रहे हैं , जिससे लोगों में अभी भी उम्मीद बाकी है कि अफगानिस्तान को तालिबान से आजादी मिल सकती है । यहां तक कि तालिबान को पाकिस्तान और चीन जैसे देशों ने भी अपने समर्थन दिया ।
Allah Akbar
— Panjshir_Province (@PanjshirProvin1) September 3, 2021
We are bringing the light back to Afghanistan 🇦🇫
Please spread the hashtag… #StandWithPanjsher#SavePanjshirpic.twitter.com/i27jE2Fg3I
पंजशीर प्रांत के प्रतिरोध ने अपने ट्विटर प्रोफाइल के माध्यम से सूचित किया, "प्रतिरोध बलों और तालिबान के बीच युद्ध जारी है ... हमारी सेनाएं पहाड़ों की चोटी पर हैं ... हम अफगानिस्तान में रोशनी वापस ला रहे हैं ।" अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने कहा कि हालांकि प्रतिरोध "पंजशीर में आधारित" है, लेकिन यह सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगा ।
The war between Resistance forces and Taliban continues ... #Shutul#Panjshir our forces on the top of mountains pic.twitter.com/VUbiKRPuvX
— Panjshir_Province (@PanjshirProvin1) September 2, 2021
सालेह ने कहा कि "हमारा प्रतिरोध सभी अफगान नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करना है । यह प्रतिरोध पंजशीर में आधारित है न कि पंजशीर के लिए । आज, यह घाटी पूरे देश की मेजबानी करती है और उन सभी अफगान लोगों के लिए एक आशा है जो उत्पीड़न, प्रतिशोध, पूर्वाग्रह और अंधेरे में हैं । , ”
सालेह प्रसिद्ध अफगान कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद के साथ मिलकर पंजशीर घाटी से प्रतिरोध का नेतृत्व कर रहे हैं और उनकी सेना के बल पर ही अभी तक पंजशीर में तालिबान का कब्जा नहीं हो सका है ।
Allah Akbar
— Panjshir_Province (@PanjshirProvin1) September 2, 2021
Our especial force on the ground waiting for the enemy to hunt them down. #Taliban should know this is the graveyard of their fathers #panjshir valley, you may know it from history. pic.twitter.com/vpr6GqrTaH
प्रतिशोध बल ने कहा कि “आज रात परवान प्रांत की राजधानी चरिकर पर राष्ट्रीय प्रतिरोध बलों द्वारा कब्जा कर लिया गया है । इसके अलावा सालंग जिला, परवान प्रांत में, जो एक बहुत महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र भी तालिबान से पुनः कब्जा कर लिया गया था । पंजशीर को परवान और बगलान तक विस्तारित किया गया है । प्रतिरोध में महिलाएं अग्रिम पंक्ति में सेवा करती हैं । वे भोजन, वस्त्र वितरित करते हैं । कुछ ने हथियार ले लिए, अफगानिस्तान के लिए , जिसे दुनिया ने तालिबान के भरोसे छोड़ दिया ।