नई दिल्ली:अमेरिका के कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) में हिंसा की घटना से पहले परिवार के लोगों के साथ पार्टी कर रहे डोनाल्ड ट्रंप का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ट्रंप अपने परिवार के साथ लाइव वीडियो टीवी पर देख रहे हैं और कई सारे अधिकारियों व परिवार के लोगों के साथ वह खड़े हैं।
वीडियो में देखा जा सकता है कि बैकग्राउंड में हल्की आवाज में गाना बज रहा है और उस गाने पर ट्रंप के बेटे व उसकी प्रेमिका डांस करती हुई नजर आती है। सोशल मीडिया पर कई लोग इस बात की आशंका जाहीर कर रहे हैं कि इस घटना से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने पूरा प्लैन तैयार किया था।
लोग दावा कर रहे हैं कि अमेरिकी लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद पर हमला कराना डोनाल्ड ट्रंप की पहले से ही सुनियोजित थी। ट्रंप के परिवार व उनके करीबी लोगों ने इसके लिए पूरा प्लैन तैयार किया था।
हालांकि, इस बारे में अभी सरकारी संस्था द्वारा कुछ भी नहीं कहा गया है। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के खिलाफ आरोप तय करने के लिए ‘‘सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।’’
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास के सबसे अयोग्य राष्ट्रपति: जो बाइडन
बता दें कि घटना के बाद अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास में सबसे अयोग्य राष्ट्रपति हैं। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग लाने या उनके कार्यकाल के बचे हुए 12 दिन से पहले उन्हें हटाने संबंधी प्रश्न पर बाइडन ने कहा कि 20 जनवरी को उनका पद संभालना ही ट्रंप को हटाने का सबसे त्वरित तरीका है।
बाइडन ने डेलावेयर में पत्रकारों से कहा, ''मैं एक वर्ष से भी ज्यादा वक्त से कहता आ रहा हूं कि वह (ट्रंप) इस पद पर रहने के काबिल नहीं हैं। वह अमेरिकी इतिहास के सबसे अयोग्य राष्ट्रपति हैं। लिहाजा उन्हें हटाने के विचार का मेरे हिसाब से कोई मतलब नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''ट्रंप को हटाने का सबसे त्वरित तरीका 20 जनवरी को मेरा शपथ ग्रहण है। उससे पहले या बाद में क्या कार्रवाई की जाए, इसपर कांग्रेस को फैसला लेना है। मैं बस उनके पद छोड़ने को लेकर उत्सुक हूं।''
नैंसी पेलोसी ने आशंका जतायी है कि डोनाल्ड ट्रंप परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकते हैं-
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने आशंका जतायी है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का आदेश दे सकते हैं। इसमें एक ऐसे तथ्य को रेखांकित किया गया है, जिससे कम ही लोग अवगत हैं और वह यह है कि इन हथियारों को लेकर अधिकारी केवल राष्ट्रपति के प्रति ही जवाबदेह हैं।
इससे एक बार फिर वही सवाल उठ खड़ा हुआ है कि अगर कोई सैन्य कमांडर कानून के आधार पर यह तय कर ले कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का राष्ट्रपति का आदेश अवैध है तो फिर क्या होगा? कमांडर ऐसे किसी भी आदेश को नकार दे तो क्या होगा?
इस सवाल का कोई स्पष्ट जवाब नहीं है। बहरहाल, ट्रंप ने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया है कि वह परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर विचार कर रहे हैं, लेकिन पेलोसी ने चिंता जताई है कि ''बौखलाए'' राष्ट्रपति युद्ध छेड़ सकते हैं।