वाशिंगटन: अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले चार-पांच दिनों में कोविड-19 से होने वाली मौतों में कमी देखी गई है। इसके बाद राहत की सांस ली जा थी, लेकिन बुधवार को अचानक कोरोना से हुई मौतों में उछाल देखा गया है। अमेरिका में पिछले 24 घंटों के दौरान 1500 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद कुल मौतों का आंकड़ा 91 हजार के पार चला गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने एएफपी के हवाले से लिखा है कि जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय ने जानकारी दी है कि अमेरिका में पिछले 24 घंटों में 1536 मौतें दर्ज की गई हैं, जिसके बाद कुल COVID-19 से होने वाली मौतों की संख्या 91,845 हो गई है। वैश्विक स्तर पर संक्रमण सबसे ज्यादा अमेरिका में फैला है। यहां कोरोना के सबसे अधिक मामले हैं।
पूरी दुनिया में 50 लाख के करीब पहुंचे कोरोना मरीज
वर्ल्ड मीटर वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका में 15 लाख से अधिक कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं। वहीं, तीन लाख लोग ठीक हो चुके हैं और 11 लाख से अधिक मामले सक्रीय हैं, जिसमें से 17 हजार ऐसे मामले हैं जिनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं, अगर दुनिया की बात करें तो कोरोना से अभी तक 49 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और तीन लाख, 24 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। साथ ही साथ 19 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। पूरी दुनिया में अभी कोरोना के 27 लाख मामले सक्रीय हैं।
डब्ल्यूएचओ चीन के हाथ की 'कठपुतली' है
आपको बता दें कि कोरोना वायरसचीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में फैला है और सभी को तबाह कर दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर खासे नाराज है। साथ ही साथ ट्रंप विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पर आरोप लगा रहे हैं कि वह चीन का बचाव कर रहा है। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि संयुक्त राष्ट्र का यह स्वास्थ्य निकाय चीन के हाथ की 'कठपुतली' है। ट्रंप ने दावा किया कि अगर उन्होंने चीन से यात्रा पर प्रतिबंध नहीं लगाए होते तो कोरोना वायरस से देश में और लोगों की मौत हुई होती जिसका स्वास्थ्य एजेंसी ने 'विरोध' किया था।
अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ को किया आगाह
ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ को आगाह किया है कि वह अगले 30 दिन में यह प्रदर्शित करे कि वह चीन से प्रभावित नहीं हैं। ऐसा नहीं करने पर ट्रंप ने इस संगठन में अमेरिका की सदस्यता के बारे में पुनः विचार करने और संगठन को दी जाने वाली आर्थिक सहायता को "स्थायी रुप" से रोकने की चेतावनी दी है। ट्रंप ने 14 अप्रैल को डब्ल्यूएचओ को सालाना दी जाने वाली 50 करोड़ डॉलर तक की सहायता रोक दी। उसने डब्ल्यूएचओ पर आरोप लगाया है कि वुहान में पहली बार सामने आने के बाद कोरोना वायरस के प्रसार के उसके प्रबंधन में खामी है और उसके कथित कुप्रबंध और कथित रूप से उसे ढकने में 'संगठन की भूमिका का पता लगाने के लिए समीक्षा की जा रही है।'