स्टेट ऑफ द यूनियन में बोले डोनाल्ड ट्रंप, कोरोना वायरस से निपटने में अमेरिका चीन के साथ, राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ हमारे संबंध बेहद अच्छे
By पल्लवी कुमारी | Updated: February 5, 2020 08:59 IST2020-02-05T08:59:15+5:302020-02-05T08:59:15+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ को संबोधित करते हुए दावा किया है कि अमेरिका अब दुनिया में तेल और प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ को संबोधित करते हुए कहा है कि चीन तथा चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ हमारे संबंध बेहद अच्छे हैं। ट्रंप ने कहा, हम चीन की सरकार को सहयोग दे रहे हैं और कोरोना वायरस से निपटने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, अमेरिका का बड़ा, बेहतर और पहले से कहीं अधिक मजबूत होने का सपना वापस आया है।
ट्रंप ने कहा, मेरे प्रशासन के तीन साल में ही कामकाजी उम्र वाले 35 लाख लोग कार्यबल में शामिल हुए हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका अब दुनिया में तेल और प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।
US President Donald Trump delivers his third State of the Union Address, in Washington DC: We're working with the Chinese govt & working closely together on #Coronavirus outbreak in China. My administration will take all necessary steps to safeguard our citizens from this threat. pic.twitter.com/LES0pFFm8u
— ANI (@ANI) February 5, 2020
डोनाल्ड ट्रंप की महाभियोग के बीच ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ के तहत संसद के दोनों सदनों- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्ज और सीनेट के साझा सत्र को संबोधित कर रहे हैं। यह ट्रंप का तीसरा स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन है।
ट्रंप ने ईरानी शासन को परमाणु हथियारों का पीछा करना छोड़ना चाहिए। उसे आतंक, मौत और विनाश को फैलाना बंद करना चाहिए और अपने लोगों की भलाई के लिए काम करना शुरू करना चाहिए।
ट्रंप ने कहा, हमारे शक्तिशाली प्रतिबंधों के कारण ईरानी अर्थव्यवस्था बहुत खराब चल रही है। हम उनकी अर्थव्यवस्था में बहुत अच्छे और कम समय में सुधार लाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन शायद वो मदद के लिए पूछने में बहुत ही अभिमानी या मूर्खतापूर्ण हैं।
ट्रंप ने कहा, ईरानी शासन को परमाणु हथियारों का पीछा करना छोड़ना चाहिए। उसे आतंक, मौत और विनाश को फैलाना बंद करना चाहिए और अपने लोगों की भलाई के लिए काम करना शुरू करना चाहिए।