अमेरिका: कोविड-19 राहत कोष से करीब 76 खरब रुपये की चोरी, धोखाधड़ी की जांच में सीक्रेट सर्विस ने 91 अरब रुपये से अधिक की जब्ती की
By विशाल कुमार | Updated: December 22, 2021 14:32 IST2021-12-22T14:27:23+5:302021-12-22T14:32:03+5:30
सीक्रेट सर्विस ने कहा कि उसने बेरोजगारी बीमा और ऋण धोखाधड़ी की जांच करते हुए 91 अरब रुपये से अधिक की जब्ती की है और वित्तीय भागीदारों और राज्यों के साथ काम करके धोखाधड़ी से प्राप्त 1.8 खरब रुपये से अधिक की राशि वापस कर दी है।

अमेरिका: कोविड-19 राहत कोष से करीब 76 खरब रुपये की चोरी, धोखाधड़ी की जांच में सीक्रेट सर्विस ने 91 अरब रुपये से अधिक की जब्ती की
वाशिंगटन: अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने मंगलवार को कहा कि महामारी के कारण अपनी नौकरी गंवाने वाले लोगों और व्यवसायियों की मदद के लिए स्थापित कोविड-19 राहत कार्यक्रमों से कम से कम 76 खरब रुपये की चोरी की गई है।
एक साक्षात्कार में एजेंसी के राष्ट्रीय महामारी धोखाधड़ी वसूली समन्वयक रॉय डॉटसन ने कहा कि यह अनुमान सीक्रेट सर्विस के केसों और श्रम विभाग और लघु व्यवसाय प्रशासन के डेटा पर आधारित है। डॉटसन ने कहा कि 257 खरब रुपये में से केवल तीन फीसदी राशि का उपयोग किया जा सका है।
हालांकि, सीक्रेट सर्विस ने उन मामलों को शामिल नहीं किया है जिन मामलों में कोविड-19 धोखाधड़ी को लेकर न्याय विभाग मुकदमा चला रहा है।
श्रम विभाग ने बताया कि बेरोजगारी से जुड़े लाभों के लिए दिए गए लगभग 66 खरब रुपये का भुगतान अनुचित तरीके से किए जाने की संभावना है, जिसका बड़ा हिस्सा धोखाधड़ी में चला गया।
सीक्रेट सर्विस ने कहा कि उसने बेरोजगारी बीमा और ऋण धोखाधड़ी की जांच करते हुए 91 अरब रुपये से अधिक की जब्ती की है और वित्तीय भागीदारों और राज्यों के साथ काम करके धोखाधड़ी से प्राप्त 1.8 खरब रुपये से अधिक की राशि वापस कर दी है।
सीक्रेट सर्विस का कहना है कि उसके पास महामारी धोखाधड़ी में 900 से अधिक सक्रिय आपराधिक जांच हैं और अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये मामले हैं हर राज्य में हैं।
न्याय विभाग ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसके धोखाधड़ी सेक्शन ने 95 से अधिक आपराधिक मामलों में 150 से अधिक लोगों पर मुकदमा चलाया था और धोखाधड़ी से प्राप्त 5.67 अरब रुपये की नकद राशि और कई अचल संपत्ति संपत्तियों और खरीदी गई लक्जरी वस्तुओं को जब्त कर लिया था।