बाल विवाह पर UNICEF का अध्ययन: 5 में से 1 लड़के की शादी 15 वर्ष से कम उम्र में हुई
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: June 8, 2019 11:43 AM2019-06-08T11:43:43+5:302019-06-08T11:43:43+5:30
यूनिसेफ ने करीब 82 देशों के डेटा का अध्ययन किया, जिसमें यह खुलासा हुआ कि ज्यादाकर देशों में बाल विवाह लड़कों के बीच प्रचलित है। इन क्षेत्रों में सब सहारा अफ्रीका और कैरीबियन, दक्षिण एशिया, पूर्वी एशिया और पेसिफिक शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (UNICEF) ने बाल विवाह को लेकर एक अध्ययन किया है जिसमें पाया है कि दुनियाभर में करीब 115 मिलियन यानी करीब 11 करोड़ 50 लाख लड़कों का बाल विवाह हुआ, जिनमें से 5 बच्चों में से एक की शादी 15 वर्ष से कम उम्र में हुई।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यूनिसेफ ने करीब 82 देशों के डेटा का अध्ययन किया, जिसमें यह खुलासा हुआ कि ज्यादाकर देशों में बाल विवाह लड़कों के बीच प्रचलित है। इन क्षेत्रों में सब सहारा अफ्रीका और कैरीबियन, दक्षिण एशिया, पूर्वी एशिया और पेसिफिक शामिल हैं।
यूनिसेफ के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हेनरिएटा फोर ने शुक्रवार (7 जून) को जारी एक बयान में कहा, ''शादी बचपन को खत्म कर देती है।'' बयान में कहा गया, ''बाल दूल्हों को व्यस्क जिम्मेदारियां लेने के लिए मजबूर किया जाता है, जिसके लिए हो सकता है कि वे तैयार न हो पाए हों। जल्दी शादी होने से वे जल्दी पिता बनते हैं और इसका नतीजा यह होता है कि वे शिक्षा ग्रहण करने के बजाय रोजगार का अवसर तलाशने के लिए मजबूर होते हैं।''
ताजा आंकड़ों में बाल दूल्हों और बाल दुल्हनों की कुल संख्या 765 मिलियन यानी करीब 70 करोड़ 65 लाख बताई गई है। यूनिसेफ के अध्ययन के मुताबिक 20 से 24 साल की उम्र की महिलाओं की शादी के आंकड़ों के मुताबिक उनमें से 5 में से एक महिला ऐसी है जिसकी शादी 18वें जन्मदिन से पहले हो गई थी। तुलनात्मक रूप से 30 पुरुषों में एक ऐसा है जिसकी शादी 18 वर्ष की उम्र से पहले हुई।
यूनिसेफ ने पाया कि ज्यादातर बाल विवाह का प्रचलन ग्रामीण इलाकों और गरीबों के बीच था और वे लोग बहुत शिक्षित भी नहीं थे।