रूस के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुलाई आपात बैठक, अमेरिका पर यूक्रेन को जैविक हथियार बनाने में मदद का आरोप

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 11, 2022 04:34 PM2022-03-11T16:34:47+5:302022-03-11T16:59:10+5:30

संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दिमित्री पॉलींस्की द्वारा यूएन से "यूक्रेन के क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य जैविक गतिविधियों पर चर्चा" करने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाने का अनुरोध करने के बाद हुई है।

UN Security Council is calling emergency meeting with Russia's request, Russia accuses America of helping Ukraine to make biological weapons | रूस के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुलाई आपात बैठक, अमेरिका पर यूक्रेन को जैविक हथियार बनाने में मदद का आरोप

रूस के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुलाई आपात बैठक, अमेरिका पर यूक्रेन को जैविक हथियार बनाने में मदद का आरोप

Highlightsरूस ने दावा किया है कि अमेरिका यूक्रेन को पैसे दे रहा है ताकि वो जैविक हथियार बना सकेरूस का कहना है, लविवि, खार्किव और पोल्टावा के 30 प्रयोगशालाओं में जैविक हथियार बन रहे हैंअमेरिका ने रूस के सभी आरोपों को बेतुका बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है

मास्को: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) रूसी सरकार के अनुरोध पर शुक्रवार को एक आपात बैठक बुला रही है। इस बीच रूस ने ने दावा किया कि अमेरिका यूक्रेन की प्रयोगशालाओं में जैविक हथियारों के विकास के लिए धन मुहैया करा रहा है।

यह बैठक संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दिमित्री पॉलींस्की द्वारा यूएन से "यूक्रेन के क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य जैविक गतिविधियों पर चर्चा" करने के लिए आपातकालीन बैठक बुलाने का अनुरोध करने के बाद हुई है।

रूस ने दावा किया है कि हाल ही में मिले दस्तावेजों से पता चलता है कि अमेरिकी रक्षा विभाग यूक्रेन को पैसे दे रहा है ताकि वो यूक्रेनी लैब में जैविक हथियार बना सके।

इस मामले में बीबीसी ने बताया कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को लगाये अपने आरोप में कहा कि अमेरिका यूक्रेन को जैविक हथियार विकसित करने और वायरस ले जाने के लिए रूस के प्रवासी पक्षियों की सहायता ली जा रही है। हालांकि मंत्रालय ने यूक्रेन द्वारा जैविक हथियार बनाये जाने के दावे का समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया है।

इन आरोपों के साथ रूस ने अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्यबल जैविक कार्यक्रम के तहत लविवि, खार्किव और पोल्टावा के लगभग 30 से अधिक प्रयोगशालाओं में खतरनाक संक्रामक वायरस के साथ काम कर रहे हैं।

इस बीच अमेरिका ने रूस के सभी आरोपों को बेतुका बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है। इस मामले में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने बुधवार को कहा कि बीते कई वर्षों से रूसियों द्वारा बार-बार यूक्रेन और अन्य देशों के बारे में इस तरह की भ्रामक सूचनाएं फैलाई जाती है, जिन्हें खारिज किया जाता है।

उसने कहा, "हम सभी को यह देखने की जरूरत है कि कहीं रूस तो यूक्रेन पर रासायनिक या जैविक हथियारों का संभावित उपयोग नहीं करने वाला है। रूस अपने झूठे आरोपों की आड़ में ऐसा कर सकती है और यह उसका पैटर्न है।

मामले में सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने गुरुवार को अमेरिकी सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी के सामने गवाही देते हुए रूस के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद करार दिया।

वहीं शुक्रवार को जारी किये गये एक वीडियो में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि उनके देश में किसी तरह का कोई रासायनिक या जैविक हथियार को नहीं विकसित किया गया है।

राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा, "मैं एक का राष्ट्रपति हूं और साथ ही दो बच्चों का पिता भी हूं मेरी जमीन पर कोई रासायनिक या जैविक विनाश के हथियार विकसित नहीं किए गए हैं।

उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया यह जानती है। आप सभी जानते हैं। अगर रूस हमारे खिलाफ ऐसा कुछ करता है तो उसे सबसे कठोर प्रतिबंधों से जवाब मिलेगा।"

Web Title: UN Security Council is calling emergency meeting with Russia's request, Russia accuses America of helping Ukraine to make biological weapons

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