संयुक्त राष्ट्र कायक्रम ने कोविड-19की 50 करोड़ खुराक के लिए मॉडर्ना के साथ किया करार
By भाषा | Updated: May 3, 2021 20:46 IST2021-05-03T20:46:10+5:302021-05-03T20:46:10+5:30

संयुक्त राष्ट्र कायक्रम ने कोविड-19की 50 करोड़ खुराक के लिए मॉडर्ना के साथ किया करार
जिनेवा, तीन मई (एपी) अमेरिकी दवा कंपनी मॉडर्ना निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों में जरूरतमंद लोगों तक कोरोना वायरस टीका पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित कार्यक्रम के वास्ते 50 करोड़ तक खुराक प्रदान करेगी लेकिन उसकी खेप इस वर्ष की चौथी तिमाही से पहले नहीं शुरू हो पाएगी। कंपनी एवं कार्यक्रम के नेताओं ने सोमवार को यह जानकारी दी।
वैक्सीन एलायंस ‘गावी’ के साथ इस अग्रिम खरीद समझौते से महज कुछ दिन पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मॉडर्ना टीके को आपात मंजूरी देने की घोषणा की थी। इससे संयुक्त राष्ट्र समर्थित कोवैक्स कार्यक्रम में उसे शामिल करने का मार्ग प्रशस्त हुआ ।
जिनेवा स्थिति सार्वजनिक निजी साझेदारी संगठन ‘गावी’ टीका निर्माताओं के साथ समझाौता करने के प्रयास में लगा है और वह समृद्ध देशों को गरीब देशों को टीके देने के वास्ते राजी करने की कोशिश भी कर रहा है। समृद्ध देशों ने टीके की लाखों खुराक हासिल कर ली हैं और उनमें से कुछ देश तो उनका इस्तेमाल भी नहीं कर रहे हैं।
सोमवार को इस संगठन ने यह भी घोषणा की कि स्वीडेन की सरकार ने ‘तत्काल आपूर्ति देरी के समाधान में मदद के लिए’ ऑक्सफोर्ड-आस्ट्रेजेनेका टीके की 10 लाख खुराक देने का वादा किया है।
मॉडर्ना पहले से ही धनी देशों के साथ समझौता कर चुकी है और वह उन्हें टीके की आपूर्ति कर रही है। इन देशों को टीके की लाखों खुराक मिली हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) कोविड-19 टीके तक पहुंच में समानता नहीं होने की बार बार आलोचना कर चुका है।
लेकिन इस साल की आखिरी तिमाही से पहले टीकों की आपूर्ति शुरू नहीं हो पाएगी और करार के तहत खुराकों का बड़ा हिस्सा --46.6 करोड़ खुराक के अगले साल तक मिलने की योजना है। बाकी 3.4 करोड़ खुराक इस साल मिल जाने की उम्मीद है। करार की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है।
मॉडर्ना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीफेन बांसेल न ने कोवैक्स कार्यक्रम के लिए समर्थन व्यक्त किया और इसे दुनियाभर में उसके टीके की सुगमता सुनिश्चित करने की दिशा में एक ‘अहम कदम’ बताया।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘ हम मानते हैं कि कई देशों के पास इतने संसाधन नहीं हैं कि वे कोविड-19 टीके खरीद पाए। हम हर वह कदम उठाने के लिए कटिबद्ध हैं जिससे हम अपने टीके से इस महामारी पर पूर्ण विराम लगा सकें।’’
कई विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 संकट अब विकट है, खासकर भारत में मामले अप्रत्याशित रूप से तेजी से बढ़ रहे हैं। मॉडर्ना टीका (कोरोना वायरस की) नयी किस्म, एक, जो भारत में फैल रही है, से निपटने में अब तक के सबसे प्रभावी टीकों में एक समझा जा रहा है।
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