मैड्रिड:कोरोना वायरस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में से पर्यटन क्षेत्र एक है। पिछले दो सालों से पर्यटन क्षेत्र कोविड-19 की वजह से ठंडा पड़ा हुआ है। वैश्विक अर्थव्यवस्था के हर पहलू पर इस महामारी ने भीषण असर डाला है, जिससे वैश्विक पर्यटन भी अछूता नहीं है। ऐसे में मंगलवार को वैश्विक पर्यटन को लेकर वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन का बयान सामने आया है, जिसमें उसने कहा कि साल 2024 तक वैश्विक पर्यटन के पहले पहले जैसा होने की उम्मीद नहीं है।
टूरिज्म क्षेत्र की रिकवरी को साल 2022 के शुरुआत में बाधित करेगा ओमीक्रोन
मैड्रिड स्थित यूनाइटेड नेशन एजेंसी के वर्ल्ड टूरिज्म बैरोमीटर के मुताबिक, पहले के स्ट्रेन की तुलना में अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रोन भले ही कम गंभीर हो, लेकिन यह टूरिज्म क्षेत्र की रिकवरी को साल 2022 के शुरुआत में बाधित करेगा। हालांकि, 2020 की तुलना में टूरिज्म क्षेत्र में पिछले साल चार प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी। 2019 के मुकाबले साल 2020 में टूरिज्म क्षेत्र से हुई इनकम में 72 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी क्योंकि साल 2020 पूरे तरीके से कोरोना महामारी की चपेट में था।
दुनियाभर में टूरिज्म क्षेत्र में रिकवरी की रफ्तार धीमी बनी हुई है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "आवागमन के साधनों पर प्रतिबंधों, वैक्सीनेशन की दर और यात्रियों में विश्वास की कमी के चलते दुनियाभर में टूरिज्म क्षेत्र में रिकवरी की रफ्तार धीमी बनी हुई है।" रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि पिछले साल 2020 की तुलना में यूरोप और अमेरिका में विदेशी पर्यटकों के आगमन में क्रमश: 19 प्रतिशत और 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि साल 2021 में मिडिल ईस्ट में विदेशी पर्यटकों के आगमन में 24 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
विदेशी पर्यटकों के आगमन में देखी गई गिरावट
एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी कुछ ऐसा आलम देखा गया, जहां विदेशी पर्यटकों के आगमन में 65 प्रतिशत की गिरावट आई। यही नहीं, पर्यटकों के आगमन में महामारी से पहले के स्तर की तुलना में 94 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि ओमीक्रोन की लहर के कारण पर्यटन से जुड़े पेशेवर इस वर्ष (2022) के शुरुआती महीनों में उथल-पुथल के बाद "बेहतर संभावनाएं देख रहे हैं।" रिपोर्ट्स में एजेंसी के हवाले से बताया कि वह अनुमान लगा रही है कि इस साल 2021 की तुलना में विदेश पर्यटकों की आवक में 30 से 78 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। मगर फिलहाल के लिए साल 2019 के स्तर से काफी नीचे है।
जानिए क्या कहना है एक्सपर्ट्स का
जानकारी के अनुसार, एजेंसी का कहना है कि अधिकतर एक्सपर्ट्स का मानना है कि उन्हें साल 2024 तक पर्यटन के महामारी के पहले के स्तर पर लौटने की उम्मीद नहीं है। बताते चलें, दुनिया में ऐसे कई देश हैं, जो अपनी अधिकांश आय के लिए पर्यटन पर भारी तरह से निर्भर हैं। ऐसे में वो जल्द ही स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। जब तक स्थिति पहले जैसी नहीं होती तब तक पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।