देवी काली पर ट्वीट के लिए यूक्रेन ने मांगी माफी, कहा- भारतीय समर्थन की सराहना करते हैं
By मनाली रस्तोगी | Updated: May 2, 2023 10:22 IST2023-05-02T10:17:11+5:302023-05-02T10:22:45+5:30
यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री एमीन झापरोवा ने मंगलवार को देश के रक्षा मंत्रालय द्वारा देवी काली की एक तस्वीर ट्वीट किए जाने के बाद माफी मांगी।

देवी काली पर ट्वीट के लिए यूक्रेन ने मांगी माफी, कहा- भारतीय समर्थन की सराहना करते हैं
कीव:यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री एमीन झापरोवा ने मंगलवार को देश के रक्षा मंत्रालय द्वारा देवी काली की एक तस्वीर ट्वीट किए जाने के बाद माफी मांगी। एमीन झापरोवा ने कहा कि यूक्रेन को रक्षा मंत्रालय द्वारा देवी काली के गलत चित्रण पर खेद है और यूक्रेन अद्वितीय भारतीय संस्कृति का सम्मान करता है और भारत के समर्थन की अत्यधिक सराहना करता है।
The #Hindu community was extremely offended after the Twitter handle of #Ukraine’s defense ministry posted a hateful picture of Hindu Goddess #Kali, calling it a “work of art”.
— Sputnik India (@Sputnik_India) April 30, 2023
The post was deleted soon after and no official comment followed — but the screenshots prove it all. pic.twitter.com/JXvqGxuFAY
बता दें कि यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय द्वारा किया गया ट्वीट अब हटा दिया गया है। इस ट्वीट के बाद कई लोगों ने यूक्रेन सरकार की यह कहते हुए आलोचना की थी कि वह भारत से मदद मांगने के बाद देश में व्यापक रूप से पूजी जाने वाली देवी का अपमान कर रही है। रक्षा मंत्रालय का ट्वीट झापरोवा के भारत दौरे के कुछ दिनों बाद आया था।
We regret @DefenceU depicting #Hindu goddess #Kali in distorted manner. #Ukraine &its people respect unique #Indian culture&highly appreciate🇮🇳support.The depiction has already been removed.🇺🇦is determined to further increase cooperation in spirit of mutual respect&💪friendship.
— Emine Dzheppar (@EmineDzheppar) May 1, 2023
फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से वह भारत का दौरा करने वाली पहली उच्च रैंकिंग वाली यूक्रेनी अधिकारी थीं। एमीन झापरोवा ने केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी से मुलाकात की थी और उन्हें यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक पत्र सौंपा था जिसमें रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत के हस्तक्षेप की मांग की गई थी।