UAE का पहला मार्स मिशन लान्च, जापान से हुई लॉन्चिंग, फरवरी में मंगल की कक्षा में करेगा प्रवेश
By विनीत कुमार | Published: July 20, 2020 07:26 AM2020-07-20T07:26:25+5:302020-07-20T07:26:25+5:30
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के पहले मार्स मिशन को पूर्व में खराब मौसम के कारण टाला गया था। यूएई के मंगलयान होप को अगले साल फरवरी तक मंगल की कक्षा में पहुंचा है। ये कम से कम दो साल मंगल ग्रह का चक्कर लगाएगा।
खराब मौसम के कारण पिछले हफ्ते स्थगित हुए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के पहले मार्स मिशन को आखिरकार सोमवार को लॉन्च कर दिया गया। इसे दक्षिणी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया गया। यूएई के मंगलयान का नाम ‘अमल’ या होप है, जिसे जापान के एच-2ए रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया।
रॉकेट निर्माता मित्सुबीशी हेवी इंडस्ट्रीज ने लॉन्च के बाद जारी एक बयान में बताया कि H-IIA व्हिकल नंबर 42 (H-IIA F 42) से अमीरात मार्स मिशन (EMM) होप स्पेस क्रॉफ्ट को स्थानीय जापानी समय शाम 6.58.14 पर (रात 9.58, GMT) लॉन्च कर दिया गया।
United Arab Emirates (UAE) launches its first mission to Mars, the 'Hope Mars Mission' from Japan’s Tanegashima Space Center: UAE Space Agency
— ANI (@ANI) July 19, 2020
वहीं, संयुक्त अरब अमीरात ने कहा है कि उसका अंतरिक्ष में भेजा गया यान काम कर रहा है और मार्स के लिए लॉन्चिंग के बाद संकेत भी लगातार भेज रहा है।
होप फरवरी में पहुंचेगा मंगल तक
‘होप’ को फरवरी 2021 तक मंगल पर पहुंचना है, जब यूएई अपने एकीकरण की 50वीं वर्षगांठ मनाएगा। हालांकि, इसे मंगल की सतह पर नहीं उतरना है। इस मंगलयान में ऊपरी वायुमंडल और जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने के लिए तीन उपकरण हैं और इसके कम से कम दो साल तक लाल ग्रह के चक्कर लगाने की योजना है।
The UAE team during the final checks before the launch of the Hope Probe, the first Arab interplanetary mission, at the Tanegashima Space Centre in Japan.#HopeMarsMissionpic.twitter.com/aqIZmOS11C
— Hope Mars Mission (@HopeMarsMission) July 19, 2020
यूएई ने कहा है कि वह पहली बार अलग-अलग मौसमों के दौरान मंगल ग्रह के वायुमंडल का पूरा दृश्य मुहैया कराएगा। इससे पहले इसे पिछले हफ्ते बुधवार को रवाना किया जाना था लेकिन खराब मौसम के कारण इसे स्थगित कर दिया गया। जापान के बड़े हिस्से में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही थी, जिसके चलते भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।