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इतिहास में पहली बार एक साथ कई महिलाएं स्पेसवॉक करती आएंगी नजर, NASA ने की पुष्टि

By नियति शर्मा | Updated: March 8, 2019 19:15 IST

दुनिया के इतिहास में पहली बार अंतराष्ट्रीय स्पेस सेंटर पर दो महिला अंतरिक्ष यात्री ऐने मैकक्लेन और क्रिस्टिना कोच 29 मार्च को स्पेस वॉक संचालित करने जा रही हैं।

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ठळक मुद्देइतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्पेस सेंटर पर स्पेसवॉक करती नजर आएंगी महिलाएंनासा के अनुसार, 1963 में अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला वेलेन्टीना टेरेशकोवा थीं। 2017 के आंकड़ों के अनुसार, अबतक कुल 59 महिलाएं अंतरिक्ष में जाकर अपनी पहचान बना चुकी हैं।

दुनिया के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जब एक साथ कई महिलाएं अंतरराष्ट्रीय स्पेस सेंटर पर स्पेसवॉक करती नजर आएंगी। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने एक खबरिया चैनल सीएनएन से बात करते हुए पुष्टि की है। 

रिपोर्ट के अनुसार, नासा ने बताया है कि इस वॉक को दो महिलाएं (अंतरिक्ष यात्री) 29 मार्च, 2019 को संचालित करने जा रही हैं, जिनका नाम ऐने मैकक्लेन और क्रिस्टिना कोच है। इसके अलावा इस मिशन पर उनके साथ मैरी लॉरेंस लीड फ्लाइट डॉयरेक्टर, जैकी केगलर लीड फ्लाइट कंट्रोलर और दो वीमेन स्पेसवॉकर भी मौजूद रहेंगी। इस पूरी प्रक्रिया को सतह से कनाडाई स्पेस एजेंसी की फ्लाइट कंट्रोलर क्रिस्टन फेसिअल संचालित करेंगी।

इस दौरान फ्लाइट कंट्रोलर क्रिस्टन फेसिअल ने ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि पहली ऑल वीमेन स्पेसवॉक टीम संचालन में मेरा नाम भी शामिल है।"नासा के अनुसार, 35 वर्ष पूर्व 1963 में अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला वेलेन्टीना टेरेशकोवा थीं।  2017 के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक कुल 59 महिलाएं अंतरिक्ष में जा कर अपनी पहचान बना चुकी हैं जिसमें कॉस्मानॉट्स, एस्ट्रोनॉट्स, पेलोड स्पेशलिस्ट और फॉरेन नेशनल शामिल हैं।मैकक्लेन और कोच नासा अंतरिक्ष बैच 2013 में साथ थी, उस साल नासा के पास करीब 6100 से अधिक आवेदन आये थे जिसमें आधी महिलाएं थीं। मैकक्लेन अब तक 2000 से अधिक घंटे तक और 20 अलग-अलग एयरक्राफ्ट उड़ा चुकी हैं। वहीं, दूसरी तरफ कोच को स्पेस सांइस इंस्ट्रूमेंट डेवलप्मेंट और साइंटिफिक फील्ड इंजीनियरींग में महारत हासिल की हैं।नासा ने बताया कि स्पेसवॉक एक दुर्लभ घटना है और अब तक अंतरराष्ट्रीय स्पेस सेंटर पर केवल 213 ही स्पेसवॉक हुए हैं। अब तक सबसे ज्यादा स्पेसवॉक पुरुषों ने किए हैं इसलिए इस स्पेसवॉक का इतिहास में अधिक महत्व होगा।

बता दें कि स्पेसवॉक में अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष यान के बाहर जा कर काम करना होता है, जहां पर स्पेस में नए उपकरणों का परीक्षण करना और पहले से मौजूद उपग्रहों की मरम्मत करना होता है। नासा के अनुसार, मार्च का यह स्पेसवॉक लगभग सात घंटों तक चलेगा।

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