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तुर्की ने जर्मनी के डॉयचे वेले और अमेरिका की वायस ऑफ अमेरिका की तुर्की न्यूज वेबसाइटों पर लगाई पाबन्दी

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 1, 2022 19:50 IST

तुर्की सरकार ने साल 2019 में मीडिया निगरानी से जुड़े नए कानून बनाए थे, जिनके तहत सभी विदेशी न्यूज वेबसाइटों को पालन करना जरूरी किया गया।

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ठळक मुद्देतुर्की की कोर्ट ने जर्मनी की डॉयचे वेले और अमेरिका के वायस ऑफ अमेरिका पर लगाया प्रतिबंध अदालत में तुर्की के रेडियो एवं टेलीविजन सुप्रीम काउंसिल ने इन पर रोक लगाने की मांग की थी 'रिपोर्टस विदाउट बॉर्डर्स’ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में तुर्की को 149वें स्थान पर रखा है

अंकारा: तुर्की की राजधानी अंकारा स्थित स्थानीय अदालत ने गुरुवार को दो यूरोपीय न्यूजसाइटों के देश में प्रसारण पर रोक लगा दी है। इनमें से एक मीडिया संस्थान जर्मनी सरकार द्वारा वित्तपोषित डॉयचे वेले की तुर्की भाषा सेवा और दूसरी वायस ऑफ अमेरिका की तुर्की भाषा सेवा है। अदालत के फैसले के बाद दोनों संस्थानों की न्यूजसाइट तुर्की में दिखनी बन्द हो गयी है।

टर्किशमिनट न्यूजसाइट के अनुसार अदालत ने तुर्की के रेडियो एवं टेलीविजन सुप्रीम काउंसिल (RTUK) की मांग पर यह रोक लगायी है। रपट के अनुसार  RTUK ने तीन अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों को फरवरी में तुर्की सरकार के पास ऑनलाइन मीडिया संस्थान चलाने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए कहा था।

जिन न्यूजसाइटों पर पाबन्दी लगी है, उनके अलावा संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार द्वारा वित्त पोषित मीडिया हाउस वॉयस ऑफ अमेरिका की तुर्की न्यूजसाइट को भी नोटिस दी गयी थी।

डॉयचे वेले और वॉयस ऑफ अमेरिका ने तुर्की की अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने की घोषणा की है। RTUK के प्रवक्ता ने अप्रैल में बताया था कि फ्रांस की न्यूजसाइट यूरोन्यूज ने वो सामग्री हटा दी, जो लाइसेंस लेने के बाद ही चलायी जा सकती थीं, जिसके बाद उसे लाइसेंस लेने की जरूरत नहीं रह गयी।

डॉयचे वेले जर्मन अंतर्राष्ट्रीय समाचार का प्रसारण करता है और विश्व की 30 भाषाओं में खबरें उपलब्ध करवाता है। साल 1953 में जर्मन भाषा में शुरू हुए डॉयचे वेले का मुख्यालय बॉन शहर में है।

तुर्की ने साल 2019 में अपने मीडिया नियमन से जुड़े कानून में बदलाव किया था, जिसके बाद RTUK को ऑनलाइन कंटेंट की निगरानी का जिम्मा दिया गया। नए कानून के लाग होने के बाद नेटफ्लिक्स और अमेजन इत्यादि ने लाइसेंस के लिए आवेनद किया और वो उन्हें मिल भी गया है।

मालूम हो कि 'रिपोर्टस विदाउट बॉर्डर्स’ ने अपने विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक (वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स) में तुर्की को 180 देशों में से 149 में स्थान पर रखा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्की सरकार आलोचना को दबाने के लिए प्रेस पर तरह-तरह के दबाव बनाती है, जिसमें पत्रकारों से उनके प्रेस कार्ड छीनना, ऑनलाइन प्रतिबंध, मुकदमे और गिरफ्तारी शामिल है।

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