अमेरिका की यह हिन्दू सांसद लड़ेगी राष्ट्रपति चुनाव, डोनाल्ड ट्रंप की विदाई तय
By विकास कुमार | Published: January 13, 2019 04:24 PM2019-01-13T16:24:49+5:302019-01-13T16:43:11+5:30
तुलसी गबार्ड नरेन्द्र मोदी की समर्थक मानी जाती हैं. मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले से ही उन्हें मोदी समर्थक के रूप में देखा जाता रहा है. अमेरिका में हिन्दुओं को सबसे प्रभावशाली समुदाय माना जाता है.
दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका का राष्ट्रपति एक भारतीय मूल की हिन्दू महिला हो सकती है क्या ? तो इसका जवाब है बिलकुल हो सकती है. अमेरिका के निचले सदन हाउस ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव की सांसद तुलसी गबार्ड अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं. तुलसी गबार्ड डेमोक्रेट पार्टी की सांसद हैं जिसने हाल ही में हुए मध्यावधि चुनाव में हाउस ऑफ रिप्रेजेन्टेटिव में आठ साल बाद फिर से बहुमत हासिल किया है.
अमेरिकी हिन्दुओं के बीच में तुलसी की जबरदस्त लोकप्रियता है और आपको बता दें कि अमेरिका के हिन्दू देश की आर्थिक और राजनीतिक हिस्सेदारी में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रखते हैं. अमेरिका में दुनिया भर से आये प्रवासियों में अमेरिकी हिन्दू सबसे ज्यादा प्रभावी और संपन्न समुदाय माना जाता है. तुलसी गबार्ड और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्ते भी बहुत दोस्ताना हैं तभी तो जब नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे तो तुलसी गबार्ड ने उन्हें भगवदगीता भेंट की थी.
तुलसी गबार्ड हैं पीएम मोदी की समर्थक
बताया जाता है कि इस साल गबार्ड राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के बाबत फैसला ले सकती हैं. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा अगले साल तक होने की संभावना है. अलबत्ता कहा यह भी जा रहा है कि उनकी टीम ने तैयारी अभी से शुरू कर दी है. इसके तहत फिलहाल उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है गबार्ड के चुनाव अभियान में पैसे लगा सकें. इनमें बड़ी तादाद में भारतीय-अमेरिकी हो सकते हैं. इस समुदाय में तुलसी गबार्ड पहले से ही काफी लोकप्रिय हैं.
यहूदी-अमेरिकियों के बाद भारतीय-अमेरिकियों को अमेरिका में सबसे धन-संपन्न समुदाय माना जाता है. वैसे गौर करने की बात है कि तुलसी गबार्ड भारतवंशी नहीं हैं. उनके पिता माइक गबार्ड हवाई से सीनेट के सदस्य रह चुके हैं. वे कैथोलिक ईसाई हैं. उनकी मां कैरल पॉर्टर गबार्ड कॉकेशियन (श्वेत नस्ल की) हैं जो हिंदू धर्म को अपना चुकी हैं. अमेरिकी समोआ में जन्मी और दो साल की उम्र से हवाई में रह रहीं तुलसी गबार्ड भी हिंदू धर्म को मानती हैं. उन्होंने कई धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन किया हुआ है.
डोनाल्ड ट्रंप को मिलेगी कड़ी टक्कर
हाल के वर्षों में अमेरिका में भारतीय समुदाय की चिंताओं में जबरदस्त इजाफा हुआ है. अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आये दिन H1B1 वीजा को लेकर धमकियां देते रहते हैं. अमेरिका में इस वीजा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल भारतवंशी ही करते हैं. ऐसे में अमेरिकी हिन्दुओं के लिए तुलसी गबार्ड एक बेहतरीन विकल्प हो सकती हैं क्योंकि भारत और हिन्दुओं से उनका एक खास लगाव है.
तुलसी गबार्ड नरेन्द्र मोदी की समर्थक मानी जाती हैं. मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले से ही उन्हें मोदी समर्थक के रूप में देखा जाता रहा है. अमेरिका में हिन्दुओं को सबसे प्रभावशाली समुदाय माना जाता है. हाल ही में आये एक सर्वे के मुताबिक अमेरिका में सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा समुदाय हिन्दू है.