पश्चिमी न्यू साउथ वेल्स से बवंडर गुजरा-बवंडर क्या हैं और हमें क्या जानने की जरूररत है?

By भाषा | Updated: October 2, 2021 16:52 IST2021-10-02T16:52:40+5:302021-10-02T16:52:40+5:30

Tornadoes passed through western New South Wales - what are tornadoes and what do we need to know? | पश्चिमी न्यू साउथ वेल्स से बवंडर गुजरा-बवंडर क्या हैं और हमें क्या जानने की जरूररत है?

पश्चिमी न्यू साउथ वेल्स से बवंडर गुजरा-बवंडर क्या हैं और हमें क्या जानने की जरूररत है?

(डेल डोमिनी-होवेस, सिडनी विश्वविद्यालय में खतरे एवं जोखिम विज्ञान के प्रोफेसर)

सिडनी, दो अक्टूबर (कन्वरसेशन) मध्य पश्चिमी न्यू साउथ वेल्स से एक बवंडर गुजरा है और मौसम विज्ञान ब्यूरो ने सूचना दी है कि इससे बाथर्स्ट के उत्तर-पूर्व में क्लियर क्रीक क्षेत्र के आसपास घरों, विद्युत लाइनों और पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।

लेकिन अनेक लोग ऑस्ट्रेलिया में बवंडर को एक दुर्लभ घटना के रूप में मानते हैं, जबकि असल में वे आश्चर्यजनक रूप से आम हैं, और यूरोपीय औपनिवेशक समय के बाद से इनसे कई लोगों की मौत हुई है। जियोसाइंस ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि पिछले 100 वर्षों में ऑस्ट्रेलिया में बवंडर से संबंधित 40 से अधिक मौत हुई हैं।

ऐसा इसलिए है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में बवंडर निर्माण के लिए अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियाँ हैं, जिनकी पृथ्वी पर किसी भी प्राकृतिक खतरे के मुकाबले हवा की गति सर्वाधिक होती है।

बवंडर बनते हैं, कायम रहते हैं, खत्म होते हैं

ऑस्ट्रेलिया में समतल भूमि के विस्तृत क्षेत्र हैं - आमतौर पर कृषि भूमि - और ये बड़े, समतल क्षेत्र बवंडर निर्माण के लिए अनुकूल हैं। यह "टॉरनेडो एली" में बहुत समान है, जो मध्य अमेरिका की एक पट्टी है जहां बवंडर सबसे अधिक बार आते हैं।

ये समतल भूमि के इन क्षेत्रों में गरज के साथ विकसित होते हैं क्योंकि गर्म एवं नम हवा ठंडी एवं शुष्क हवा से सामने से टकराती है और तूफान के निर्माण के लिए यह स्थिति अनुकूल होती है।

आपको तूफानी बादल से कभी-कभी ट्यूब जैसी चीज निकलती दिखाई देती है जो केवल एक बार जमीन को छूती है और यही बवंडर होता है।

वे जमीन पर कितनी देर रहते हैं और कितनी दूर तक जाते हैं, नुकसान का स्तर इस पर निर्भर करता है।

अधिकतर बवंडर कुछ ही मिनटों में खत्म हो जाते हैं लेकिन अमेरिका में टॉरनेडो एली में ऐसे भी बवंडर रहे हैं जो जमीन पर चार घंटे तक मौजूद रहे हैं और जिनका व्यास 500 मीटर तक रहा है। इस तरह के बवंडर से अधिक नुकसान होता है।

कुछ बवंडर जमीन से कुछ देर के लिए ही टकराते हैं और वे काफी संकरे होते हैं, शायद केवल 20 मीटर व्यास के। वे कुछ मीटर तक ही आगे बढ़ते हैं और फिर खत्म हो जाते हैं। अन्य बवंडर काफी बड़े हो सकते हैं और यदि वे किसी महानगरीय क्षेत्र में जमीन से टकराएं तो वे काफी तेजी से काफी अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं-और उनसे संबंधित चीजें काफी अप्रतयाशित हो सकती हैं।

बवंडर किसी एक गली से होकर गुजर सकते हैं और किसी एक मकान को गली से बाहर ले जाकर इसे मलबे के ढेर में तब्दील कर सकते हैं तथा अन्य मकानों को अकेला कर सकते हैं। या फिर इसके विपरीत भी हो सकता है-कि गली का प्रत्येक मकान नष्ट हो जाए और एक मकान बच जाए।

ये अंतत:, ऊर्जा विहीन हो जाते हैं। यदि वातायन के आधार का संपर्क जमीन से टूट जाए तो बवंडर खत्म हो जाता है। अधिकतर बवंडर मध्य दोपहर बाद से शाम शुरू होने के बीच आते हैं।

अन्य प्रकार के प्राकृतिक खतरों की तरह ही, बवंडर को उनके प्रभाव के अनुसार वर्गीकृत किया जा सकता है। हमारे पास बवंडर के लिए एक परिमाण पैमाना है जिसे ‘एन्हांस्ड फुजिता स्केल’ कहा जाता है, जो 0-5 (जहां 5 सबसे बड़ा है) आंकड़े वाला है। यह कहना जल्दबाजी होगा कि हाल में एनएसडब्ल्यू बवंडर को एन्हांस्ड फुजिता पैमाने पर कितना मापा गया क्योंकि क्षति सर्वेक्षण अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

ऑस्ट्रेलिया में कुछ बड़े बवंडर आए हैं

बीओएम के पास एक राष्ट्रीय बवंडर डेटाबेस है और पिछली सदी में आए बवंडरों का एक रिकॉर्ड है तथा इनमें से कुछ काफी बड़े थे। सबसे भीषण बवंडरों में से एक बवंडर दिसंबर 2015 में आया था, जो पूर्वी सिडनी के कुर्नेल क्षेत्र से होकर गुजरा था। इसमें किसी की जान नहीं गई थी, लेकिन लोग घायल हो हुए थे और काफी नुकसान पहुंचा था। इसकी हवा की गति 210 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई थी। बीओएम के अनुसार, इस बवंडर को एन्हांस्ड फुजिता पैमाने पर वर्गीकरण-2 के रूप में दर्ज किया गया था।

ऑस्ट्रेलिया में आम तौर पर, समूचे एनएसडब्ल्यू और विक्टोरिया, तथा पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में भी बवंडर आते रहते हैं।

दुनिया भर में जहां बवंडर आते हैं, वहां एक अलग स्थानिक भूगोल है। अमेरिका में नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन का नक्शा दुनिया भर के उन स्थानों को दिखाता है जहां बवंडर बनने संबंधी अनुकूल परिस्थितियां हैं।

हम बवंडर आने का पता कैसे लगाएं, कैसे निगरानी करें और बवंडरों की पूर्व चेतावनी कैसे दें?

सच यह है कि सही पूर्व चेतावनी देना काफी कठिन है। इसके बजाय, मौसम सेवाएं बवंडर के निर्माण से संबंधित अनुकूल परिस्थितियों पर नजर रखती हैं क्योंकि बवंडर बहुत जल्दी बन सकता है।

मौसम विज्ञान ब्यूरो अल्पावधि में उनका पता लगाने के लिए डॉप्लर रडार का उपयोग करता है। उस इमेजिंग में, "हुक इको" नामक एक असामान्य चीज़ दिखती है। यह मूल रूप से तूफानी बादल प्रणाली के अंदर दिखती है, जहां हवाएं वास्तव में तेजी से घूम रही होती हैं - एक स्पष्ट संकेत होता है कि कोई बवंडर बनने वाला है।

लेकिन ऑस्ट्रेलिया तथा अमेरिका में, हम आमतौर पर केवल तभी जान पाते हैं जब कोई बवंडर जमीन की ओर आ रहा हो, और बवंडर पर नजर रखने वाले लोग इसकी सूचना दें।

क्या हम उम्मीद कर सकते हैं कि वे जलवायु परिवर्तन के साथ आम तौर पर अधिक बार आएंगे? हमें कोई अंदाज नहीं है। यह पूर्वानुमान व्यक्त करना जलवायु विज्ञान के लिए असंभव है क्योंकि ये बहुत छोटे आकार का घटनाक्रम होता है। हमें अच्छी योजना और बड़े निगरानीकर्ताओं पर भरोसा करने की जरूरत है।

यदि मैं बवंडर में फंस जाऊं तो मुझे क्या करना चाहिए?

अमेरिका में मॉल या हवाई अड्डों पर शौचालय जैसी जगहों पर निकासी आश्रय हैं, जिन्हें कंक्रीट से मजबूत किया गया है। आवासीय घरों में एक केंद्रीय आश्रय होता है - कभी-कभी तहखाने में या सीढ़ियों के नीचे।

आम तौर पर, ऑस्ट्रेलिया में हमारे पास यह नहीं है। लेकिन यदि आप बवंडर जैसी स्थिति में घिर जाते हैं तो यह तुरंत किसी चीज के नीचे छिप जाने का मामला है।

इमारत में कोई सर्वाधिक सुरक्षित जगह, मजबूत हिस्सा ढूंढ़िए-जो प्राय: सीढ़ियों के नीचे का हिस्सा होता है।

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