लाइव न्यूज़ :

तियानमेन चौक नरसंहारः चीन बोला- 1989 में जो हुआ सही था, सेना ने निहत्थे नागरिकों पर टैंकों से कार्रवाई की, 319 लोगों की मौत हुई थी

By भाषा | Updated: June 7, 2020 05:11 IST

चीन अपनी दादागिरी से बाज नहीं आ रहा है। चीन ने कहा कि 1989 में जो कुछ हुआ था वह सही था। सेना ने कार्रवाई कर गलत काम नहीं किया था। अमेरिका ने कहा कि हम सभी शहीदों को सम्मानित करेंगे।

Open in App
ठळक मुद्देनया सुरक्षा कानून पारित किया, जिसके जरिये यह हांगकांग में अपनी सुरक्षा एजेंसियों के कार्यालय खोल सकता है।हांगकांग प्रशासन ने पहली बार त्येनआनमेन चौक प्रदर्शनकों को प्रतिबंधित किया है।

बीजिंगः चीन ने बीजिंग के ऐतिहासिक तियानमेन चौक पर 1989 में प्रदर्शनकारियों पर की गई सेना की नृशंस कार्रवाई में काफी संख्या में लोगों के मारे जाने का बचाव करते हुए उसे ‘‘पूरी तरह सही’’ करार दिया। साथ ही, यह भी कहा कि उसका समाजवादी राजनीतिक मॉडल सही चुनाव है।

उल्लेखनीय है कि यह कार्रवाई चार जून 1989 को चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित तियानमेन चौक पर हुई थी। चीन की सेना ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे निहत्थे नागरिकों पर बंदूकों और टैंकों से कार्रवाई की, जिसमें बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मारे गये थे। एक युद्ध टैंक को रोकने की कोशिश के तहत उसके समक्ष खड़े एक युवक की तस्वीर प्रकाशित होने के बाद यह स्थान पूरी दुनिया में मशहूर हो गया। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस कार्रवाई में जीवित बचे कुछ लोगों से वाशिंगटन में मुलाकात की।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक खबर के मुताबिक वाशिंगटन में विदेश विभाग में बंद कमरे में यह मुलाकात हुई। प्रदर्शन पर सवालों की बौछार का सामना करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने इस प्रदर्शन को एक ‘राजनीतिक व्यवधान’ करार दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हम चीनी विशेषताओं के साथ समाजवाद को जारी रखने के लिये प्रतिबद्ध हैं।’’ उन्होंने अमेरिका को वैचारिक पूर्वाग्रह दूर रखने, गलतियों को सुधारने और चीन के घरेलू मामलों में किसी भी तरह से दखलअंदाजी रोकने को कहा। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑटगस ने एक बयान में कहा, ‘‘31 साल बाद, त्येनआनमेन प्रदर्शन में मारे गये या लापता हुए लोगों की कुल संख्या अब भी अज्ञात है। हम इस कार्रवाई में मारे गये या लापता हुए लोगों की पूर्ण एवं सार्वजनिक रूप से जवाबदेही लेने की अपील दोहराते हैं।’’

यह पूछे जाने पर कि 319 लोगों के कार्रवाई में मारे जाने की पूर्व आधिकारिक घोषणा में कुछ और जोड़ा गया है, लिजियान ने कहा कि उनके पास इस बारे में देने के लिये कोई सूचना नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या चीन ने इंटरनेट पर त्येनआनमेन चौक प्रदर्शनों को प्रतिबंधित कर दिया है, उन्होंने कहा कि संबद्ध कानून के मुताबिक चीन इंटरनेट की निगरानी करता है। इस साल त्येनआनमेन चौक प्रदर्शनों के हांगकांग के लिये राजनीतिक महत्व हैं क्योंकि यह पहली बार है जब ब्रिटेन के पूर्व उपनिवेश के लोगों को हजारों की संख्या में इस घटना की बरसी मनाने से रोक दिया गया है।

चीन ने पिछले महीने एक नया सुरक्षा कानून पारित किया, जिसके जरिये यह हांगकांग में अपनी सुरक्षा एजेंसियों के कार्यालय खोल सकता है। हांगकांग प्रशासन ने पहली बार त्येनआनमेन चौक प्रदर्शनकों को प्रतिबंधित किया है।

साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट ने अपने संपादकीय में कहा है, ‘‘1990 से यह पहला मौका है, जब 1989 में त्येनआनमेन चौक पर छात्रों के नेतृत्व वाले लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों पर की गई सैन्य कार्रवाई की बरसी चार जून को विक्टोरिया पार्क में नहीं मनाई जाएगी। जबकि इस घटना में संभवत: हजारों लोग मारे गये थे।’’ इसमें कहा गया है, ‘‘पुलिस ने कोविड-19 प्रतिबंधों के चलते लोगों के एकत्र होने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। ’’ 

टॅग्स :चीनहॉन्ग कॉन्गशी जिनपिंगदिल्लीअमेरिकाब्रिटेन
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

क्राइम अलर्टDelhi: जाफराबाद में सड़क पर झड़प, गोलीबारी के बाद 3 गिरफ्तार

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतIndiGo Flights Cancelled: इंडिगो ने दिल्ली से सभी फ्लाइट्स आज रात तक की बंद, यात्रियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी

विश्व अधिक खबरें

विश्व‘बार’ में गोलीबारी और तीन बच्चों समेत 11 की मौत, 14 घायल

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद