पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा हाफिज सईद ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री खुर्रम दस्तागीर पर 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा किया है। पाकिस्तानी सरकार ने जमात-उद-दावा पर चंदा या दान लेने पर रोक लगा दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को पनाह देने के आरोप लगाने के बाद पाक ने ये फैसला लिया था।
हाफिज सईद साल 2008 में मुंबई में हुए आतकंवादी हमले का मास्टरमाइंड है। हाफिज सईद के वकील एके डोगर ने पाक रक्षा मंत्री को भेजे नोटिस में कहा है, "मैं आपसे (मंत्री दस्तगीर) से मेरे मुवक्किल (हाफिज सईद) से 14 दिन के अंदर लिखित माफी मांगने का अनुरोध करता हूँ, आपको भविष्य में एहतियात बरतने का भी वादा करना होगा। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो आप पर पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 500 के तहत मामला दर्ज कराया जाएगा जिसमें दो साल तक की जेल हो सकती है।"
पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा और फलाह-ई-इंसानियत (एफआईएफ) इत्यादि संगठनों के चंदा या दान लेने पर सोमवार (एक जनवरी) को रोक लगायी थी। रोक लगाने के साथ ही पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने कहा था कि ये कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि "आतंकवादी स्कूली बच्चों पर दोबारा गोलीबारी न कर सकें।"
हाफिज सईद के वकील ने दावा किया है कि पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के बयान से सईद और जमात-उद-दावा की छवि को गहरा धक्का पहुंचा है हाफिज सईद के वकील ने दावा किया है कि सईद और जमात-उद-दावा का आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा से कोई संबंध नहीं है। लश्क-ए-तैयबा को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठन घोषित किया है।