स्वीडन का डेनमार्क से सवाल : जासूसी के लिए अमेरिका की ‘मदद’ क्यों की

By भाषा | Updated: May 31, 2021 19:55 IST2021-05-31T19:55:26+5:302021-05-31T19:55:26+5:30

Sweden's question to Denmark: Why did America 'help' for espionage | स्वीडन का डेनमार्क से सवाल : जासूसी के लिए अमेरिका की ‘मदद’ क्यों की

स्वीडन का डेनमार्क से सवाल : जासूसी के लिए अमेरिका की ‘मदद’ क्यों की

कोपनहेगन, 31 मई (एपी) स्वीडन के रक्षा मंत्री ने डेनमार्क से सवाल किया है कि उसे यह स्प्ष्ट करना चाहिए कि उसकी विदेश खुफिया सेवा ने करीब सात साल पहले जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल सहित विभिन्न यूरोपीय नेताओं की जासूसी करने में अमेरिका की कथित रूप से मदद क्यों की।

रक्षा मंत्री पीटर हकविस्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि चीजें स्पष्ट हों। उन्होंने कहा कि सहयोगियों की जासूसी अस्वीकार्य है।

वहीं, डेनमार्क सरकार का समर्थन कर रही वामपंथी सोशलिस्ट पीपुल्स पार्टी के सांसद कर्स्टन होन्गे ने सोमवार को कहा कि वह इस मामले के बारे में संसद में देश के रक्षा और न्याय मंत्रियों से सवाल करेंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि डेनमार्क अमेरिकी खुफिया सेवा के लिए इच्छुक सहायक के रूप में कैसे काम कर रहा है और डेनमार्क के पड़ोसी देशों के साथ सहयोग के लिए इसका क्या अर्थ होगा।

डेनमार्क के प्रसारक डीआर ने रविवार को कहा था कि देश की रक्षा खुफिया सेवा ने 2014 में एक आंतरिक जांच की थी कि क्या अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने डेनमार्क और पड़ोसी देशों के खिलाफ जासूसी करने के लिए उसका सहयोग लिया था।

जांच के नतीजे में कहा गया कि एनएसए ने जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन और नॉर्वे में राजनीतिक दलों के नेताओं और अधिकारियों की जासूसी की थी।

डीआर के अनुसार अमेरिका और डेनमार्क के इस कथित गठजोड़ को "ऑपरेशन डनहैमर" कूट नाम दिया गया था।

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Web Title: Sweden's question to Denmark: Why did America 'help' for espionage

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