पूर्व विदेश मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। स्वराज को रात करीब साढ़े नौ बजे दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल लाया गया और उन्हें सीधे आपातकालीन वॉर्ड में ले जाया गया। एम्स के चिकित्सकों ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। उनके निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। कई विदेशी नेता भी उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने सुषमा स्वराज को याद करते हुए लिखा, 'सुषमा स्वराज के परिवार को मेरी संवेदनाएं। मैं उनके साथ ट्विटर के हंगामे को बहुत याद करूंगा। वह अपने अधिकारों को लेकर बहुत मुखर थीं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।'
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने सुषमा स्वराज को याद करते हुए लिखा कि बहनजी सुषमा स्वराज के निधन से बेहद दुखी हूं। एक कुशल नेता और महान वक्ता थी। भारत के लोगों और उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
मालदवी के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा कि मेरी बेहद अच्छी दोस्त सुषम स्वराज के निधन से दुखी हूं। महान राजनेता, बेहतरीन कूटनीतिक, शानदार इंसान। भारत-मालदीव रिश्ते की सूत्रदार। उनकी आत्मा को शांति मिले।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर मंगलवार को गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि भारतीय राजनीति के एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया। गौरतलब है कि भाजपा की वरिष्ठ नेता का 2016 में गुर्दा प्रतिरोपित किया गया था और स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। उनके परिवार में पति स्वराज कौशल और बेटी बांसुरी हैं।